इंग्लैंड में टेस्ट डेब्यू और पहली ही सीरीज में शतक; ऋषभ पंत क्या दोहरा पाएंगे जादू? जानें, सौरव गांगुली ने क्या कहा
ऋषभ पंत ने 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ही टेस्ट डेब्यू किया था और पहली ही सीरीज में शतक जड़ा था। क्या वह अपना पुराना जादू दोहरा पाएंगे? सौरव गांगुली तो उनके हालिया प्रदर्शन से निराश हैं। हालांकि, वह पंत को खुद को साबित करने के लिए एक मौके के पक्ष में हैं।

इंग्लैंड दौरे पर गए भारतीय दल में ऋषभ पंत उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पहले भी वहां खेल चुके हैं। उनके अलावा केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके पास इंग्लैंड में खेलने का पहले से अनुभव है। पिछले काफी समय से पंत का बल्ला खामोश है। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली उनके प्रदर्शन से खुश नहीं हैं लेकिन वह पंत को खुद को साबित करने के लिए एक मौका दिए जाने के पक्ष में हैं।
ऋषभ पंत ने तो 2018 में इंग्लैंड के ही खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। डेब्यू मैच में जब वह बैटिंग करने आए थे तो दूसरी ही गेंद पर छक्का जड़ा था। 2 मैच बाद उसी सीरीज में उन्होंने ओवल टेस्ट में अपने करियर का पहला टेस्ट शतक भी जड़ा। 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 114 रन की पारी खेली थी। मैच की चौथी पारी में शतक जड़कर उन्होंने प्रभावित किया। पंत ने 5 मैच की उस सीरीज के 3 टेस्ट की 6 पारियों में 162 रन बनाए थे। किसी नए बल्लेबाज के लिए ऐसा प्रदर्शन अच्छा ही कहा जाएगा। भारत तब इंग्लैंड से 1-4 से टेस्ट सीरीज हारा था। पंत 2021-22 में 4 टेस्ट मैच की सीरीज के लिए भी इंग्लैंड गए थे लेकिन तब उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। 8 पारियों में वह सिर्फ एक अर्धशतक बना पाए थे।
इंग्लैंड दौरे से पहले भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अपना आखिरी टेस्ट सीरीज खेला था। उसमें भी पंत का प्रदर्शन काफी लचर था। सौरव गांगुली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने पंत को ऑस्ट्रेलिया में जैसा देखा, वो उन्हें पसंद नहीं आया।
गांगुली ने रेव स्पोर्ट्ज से कहा, 'वह बहुत अच्छा खिलाड़ी है लेकिन उसे वैसा खेलना जारी रखना होगा जैसा वह कुछ साल पहले खेलता था। मैंने उसे ऑस्ट्रेलिया में देखा, और मैंने जो देखा वह बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। बहुत सारे शॉट्स। गेंद एक निश्चित जगह के आस-पास गिर रही थी। इसमें कोई संदेह नहीं कि उसके पास क्षमता है लेकिन बात उसके इस्तेमाल की है। मैं उससे और ज्यादा जूझारूपन चाहता हूं। उसका डिफेंस बहुत अच्छा है। इसलिए उसे डिफेंड करना होगा।'
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऋषभ पंत ने सभी 5 मैच खेले थे लेकिन उनका प्रदर्शन बहुत निराश करने वाला था। उन्होंने सीरीज में 28.33 की औसत से सिर्फ 255 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक निकला। उसी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2021 में पंत ने सिडनी और ब्रिसबेन में शानदार पारियां खेली थी। उसी का नतीजा था कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 2-1 से हराया था।