क्या बंगाल फाइल्स मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करेगी? विवेक बोले- भारत की सबसे बड़ी धरोहर...
डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म बंगाल फाइल्स जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म की रिलीज से पहले विवेक ने फिल्म के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि क्या उनकी अपकमिंग फिल्म मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाएगी।

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जानेमाने डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपनी आनेवाली फिल्म द बंगाल फाइल्स को लेकर चर्चा में हैं। उनकी ये फिल्म सितंबर के महीने में रिलीज होगी। इस फिल्म की रिलीज से पहले विवेक अग्निहोत्री ने अपनी फिल्म के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि क्या विवेक अग्निहोत्री की फिल्म देश के मुसलमानों के खिलाफ पैदा करेगी? आइए जानते हैं विवेक ने इस सवाल का क्या जवाब दिया।
क्या मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करेगी बंगाल फाइल्स
शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में विवेक अग्निहोत्री ने अपनी फिल्म के बारे में बात की। शुभांकर ने विवेक से पूछा कि क्या उनकी बंगाल फाइल्स देश के मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करेगी? इस सवाल के जवाब में विवेक ने कहा कि "नहीं, बिल्कुल नहीं।"
विवेक ने फिल्म के बारे में क्या बताया?
विवेक ने आगे कहा लेकिन उनकी फिल्म सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ जागरुकता पैदा करेगी। विवेक ने कहा, " सांप्रदायिक हिंसा ने भारत की सबसे बड़ी धरोहर का क्या हाल कर दिया, भारत के जन-जन को जागरुक करेगी कि कहीं हम फिर से डायरेक्ट एक्शन डे की राजनीति को तो जिंदा नहीं कर रहे हैं, कहीं हम उसे सींच तो नहीं रहे हैं।"
विवेक ने आगे कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि आज जो 20 साल का लड़का है, वो जब 50 साल का होगा तो जो कश्मीर के बारे में हम जो सोचते हुए बड़े हुए हैं, कहीं वो (बंगाल के बारे में) ऐसा ना सोचे।
क्या मुसलमानों के खिलाफ हैं विवेक?
शुभांकर ने फिर विवके से पूछा कि क्या विवेक अग्निहोत्री मुस्लमानों के खिलाफ हैं? इसपर विवेक ने कहा कि बिल्कुल नहीं। उन्होंने बताया कि कश्मीर फाइल्स का प्रोड्यूसर ही मुस्लिम था। मेरी बंगाल फाइल्स में आधे से ज्यादा लोग मुस्लिम है। विवेक ने बताया कि कश्मीर फाइल्स के डायलोग्स ही मुस्लिम लड़कों ने लिखे हैं जो मिलिटेंसी में रह चुके हैं। बंगाल फाइल्स का एडी मुस्लिम लड़का है।
विवेक ने कहा, "मुझे मुसलमानों से क्या लेना-देना है, मेरे दोस्त हैं मुसलमान। मैं भोपाल में बड़ा हुआ हूं, मेरे घर में कई लोगों ने शादी की है। यही समस्या है, बहुत बड़ी बात को छोटा बना देते हैं, ये है पॉलिटिक्स का खेल। अगर कोई मुस्लिम टीचर है तो उसका उस राजनीति से क्या लेना देना है। वो भी उतना ही असहाय है, जितना एक हिंदू टीचर असाहय है। पुलिस में जाने से एक मुस्लिम आदमी भी उतना ही डरता है जितना एक हिंदू। हां, लेकिन मैं इस्लामिस्ट पॉलिसी के खिलाफ हूं।"
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।