बस 59 सेकंड में सब तबाह हो गया, अहमदाबाद प्लेन क्रैश की पूरी टाइम लाइन देखिए
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विमान में सवार 242 में 241 लोगों की मौत हुई है। इस हादसे की पूरी टाइमलाइन यहां देखिए..

गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 गुरुवार को एक ऐसी त्रासदी हुई, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के चंद सेकंड बाद ही मेघानीनगर के रिहायशी इलाके में धमाके के साथ क्रैश हो गई। इस बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। उड़ान भरने के 59 सेकंड बाद ही ये हादसा हो गया। इस दिल दहला देने वाले हादसे की पूरी टाइमलाइन समझते हैं।
प्लेन क्रैश की टाइमलाइन
12 जून 2025, सुबह 11:30: बजे एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करती है। विमान में सब कुछ सामान्य लग रहा था। एक यात्री, आकाश वत्स, ने सोशल मीडिया पर बताया कि दिल्ली से अहमदाबाद की उड़ान के दौरान उन्होंने विमान में कुछ असामान्य चीजें देखी थीं और इसे एयर इंडिया को बताने की योजना बनाई थी। लेकिन किसे पता था कि यह विमान कुछ घंटों बाद एक भयावह हादसे का हिस्सा बन जाएगा?
दोपहर 1:38 बजे: फ्लाइट AI-171, जिसे कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे, अहमदाबाद से लंदन के लिए टेकऑफ की तैयारी करती है। विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे। इनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे। टावर से आखिरी संपर्क 1:38 बजे होता है। पायलट की आवाज में कोई घबराहट नहीं, सब कुछ सामान्य लग रहा था।
दोपहर 1:40 बजे: विमान ने रनवे छोड़ा ही था कि अचानक कुछ गड़बड़ हुई। एक्सपर्ट्स ने संभावना जताई कि शायद पक्षियों के झुंड से टकराने के कारण इंजन ने जरूरी शक्ति खो दी। पायलट ने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को "मेडे, मेडे, मेडे" कॉल भेजा, जो किसी भी इमरजेंसी का सबसे गंभीर संकेत है। लेकिन समय बहुत कम था। विमान एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल से टकराया और मेघानीनगर के घनी आबादी वाले इलाके में जा गिरा।
दोपहर 1:41 बजे: विमान के टकराने की आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक इसका धमका सुनाई दिया। आसमान में काले धुएं का गुबार उठा, और आग की लपटें चारों ओर फैल गईं। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि विमान 59 सेकंड में ही आग का गोला बन गया। मेघानीनगर में एक रेजिडेंट डॉक्टर्स हॉस्टल की इमारत पर विमान का एक हिस्सा जा गिरा, जिससे इमारत पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हॉस्टल की मेस में खाने की थालियां और बिखरा सामान इस हादसे की भयावहता को बयां करता है।
दोपहर 1:45 बजे: हादसे की खबर फैलते ही अहमदाबाद में हड़कंप मच गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, एनडीआरएफ, बीएसएफ, और स्थानीय पुलिस की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। आग इतनी भीषण थी कि बचाव कार्य में भारी मुश्किलें आईं। आसपास के रास्ते बंद कर दिए गए, और अस्पतालों में 1200 बेड का इंतजाम किया गया।
दोपहर 2:00 बजे: रेस्क्यू ऑपरेशन पूरे जोर-शोर से शुरू हो चुका था। विमान का मलबा मेघानीनगर के रिहायशी इलाके में बिखर गया था। एक इमारत की छत पर विमान का एक हिस्सा अटका हुआ दिखा, जिसने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में धुएं का काला गुबार और आग की लपटें साफ दिख रही थीं।
दोपहर 3:00 बजे: नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद के लिए रवाना हुए। शाह ने शाम को घटनास्थल का दौरा किया और हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने और युद्ध स्तर पर इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
दोपहर 4:30 बजे: रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच एक चमत्कार हुआ। अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया कि सीट 11ए पर बैठा एक यात्री, रमेश विश्वास कुमार, जिंदा मिले। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हालांकि, मृतकों की संख्या को लेकर अनिश्चितता बनी रही, क्योंकि विमान रिहायशी इलाके में गिरा था, जिससे स्थानीय लोगों के हताहत होने की आशंका भी थी।
शाम 6:00 बजे: एयर इंडिया ने एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें हादसे की पुष्टि की गई और हॉटलाइन नंबर (1800 5691 444) जारी किया गया। विमान में सवार 242 लोगों में से अधिकांश की मौत की आशंका जताई गई। मृतकों में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी और 21 वर्षीय एयर होस्टेस नगनथोई शर्मा कोंगब्राइलात्पम भी शामिल थीं।
रात 10:00 बजे: राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) ने घोषणा की कि वह भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के साथ मिलकर हादसे की जांच करेगा। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में इंजन की तकनीकी खराबी और पक्षियों के टकराने को हादसे का संभावित कारण बताया गया। हालांकि, एक्सपर्ट्स ने कहा कि 11 साल पुराना बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर ज्यादा पुराना नहीं था, इसलिए तकनीकी खामी की संभावना कम थी।
13 जून 2025, सुबह 6:00 बजे: अहमदाबाद में बचाव कार्य अभी भी जारी हैं। अब तक 204 शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे जा चुके हैं, और 41 घायलों का इलाज चल रहा है। मृतकों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं, क्योंकि कई शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं। हादसे ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है।
एक हादसा, कई सवाल
यह हादसा न केवल एक मानवीय त्रासदी है, बल्कि विमानन सुरक्षा पर भी सवाल उठाता है। क्या पक्षियों का झुंड ही इस हादसे का कारण था, या पायलट की कोई चूक थी? क्या विमान में पहले से कोई खामी थी, जिसे नजरअंदाज किया गया? इन सवालों के जवाब जांच के बाद ही मिलेंगे। लेकिन एक बात तय है 12 जून 2025 का यह दिन अहमदाबाद और भारत के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है।
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