Before Vijay Rupani CM balwant Rai Mehta also lost his life inplane crash he was a victim of Pakistani attack विजय रूपाणी से पहले इस CM की भी गई थी विमान हादसे में जान; पाकिस्तानी हमले का बने थे शिकार, Gujarat Hindi News - Hindustan
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विजय रूपाणी से पहले इस CM की भी गई थी विमान हादसे में जान; पाकिस्तानी हमले का बने थे शिकार

Air India Plane Crash: पाकिस्तानी कमांड ने उस समय गश्त कर रहे पाकिस्तानी एयरफोर्स के सेबर जेट को इसकी जांच करने को कहा। पाकिस्तानी एयरफोर्स पायलटों ने इसे जासूसी विमान समझ लिया और इसके पीछे लग गए।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 13 June 2025 06:42 AM
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विजय रूपाणी से पहले इस CM की भी गई थी विमान हादसे में जान; पाकिस्तानी हमले का बने थे शिकार

Air India Plane Crash: अहमदाबाद में हुए भयानक विमान हादसे में एक यात्री छोड़कर लगभग सभी की मौत हो चुकी है। एयर इंडिया प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है। वह अहमदाबाद से लंदन अपनी बेटी से मिलने जा रहे थे। विजय रूपाणी दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिनकी मौत हवाई हादसे में हुई है। इससे पहले गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री बलवंतराय मेहता की भी जान एक हवाई हादसे में चली गई थी। इस घटना का जिम्मेदार पाकिस्तान था।

दरअसल 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान यह दुखद घटना हुई थी। पाकिस्तानी फाइटर जेट ने उनके विमान पर हमला कर दिया था। इस घटना में बलवंत राय मेहता और उनकी पत्नी सहित विमान में सवार सभी 8 लोगों की मौत हो गई थी। यह भी संयोग है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री बलवंत राय मेहता के बीचक्राफ्ट विमान ने अहमदबाद से उड़ान भरी थी।

सिविल विमान होने के बावजूद हमला कर गिराया

यह घटना 19 सितंबर, 1965 की है, जब भारत और पाकिस्तान के बीच जंग चरम पर थी। दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर आमने-सामने थीं और हवा में भी जंग छिड़ी हुई थी। बलवंत राय मेहता के बीचक्राफ्ट विमान ने अहमदबाद से उड़ान भरी थी और वह मिठापुर जा रहे थे। विमान में तत्कालीन मुख्यमंत्री बलवंत राय मेहता, उनकी पत्नी सरोजबेन, तीन सहायक, एक पत्रकार और दो क्रू मेंबर सवार थे। उनका बीचक्राफ्ट विमान भारत-पाक सीमा के करीब कच्छ के रन के पास से गुजर रहा था। तभी पाकिस्तानी रडार ने विमान को ट्रैक किया, जो उनकी सीमा के करीब था।

पाकिस्तानी कमांड ने उस समय गश्त कर रहे पाकिस्तानी एयरफोर्स के सेबर जेट को इसकी जांच करने को कहा। पाकिस्तानी एयरफोर्स पायलटों ने इसे जासूसी विमान समझ लिया और इसके पीछे लग गए। हालांकि बीचक्राफ्ट विमान के पायलट ने कई बार अपनी पहचान स्पष्ट करने की कोशिश की कि यह एक सिविल विमान है, लेकिन पाकिस्तानी पायलटों ने एक नहीं सुनी और दोपहर करीब 3:30 बजे सेबर जेट ने बलवंत राय मेहता के विमान पर मशीनगन से फायरिंग की गई और यह आग का गोला बनकर कच्छ के रन में गिर गया। इस हमले में बलवंत राय मेहता और उनकी पत्नी सहित विमान में सवार सभी लोग मारे गए।

माफी नहीं मांगने से पाकिस्तान की मंशा हुई उजागर

पंचायती राज व्यवस्था के जनक माने जाने वाले बलवंत राय मेहता की इस मौत के बाद पाकिस्तान ने इसे एक गलती करार दिया था और कहा था कि हमारे पायलटों ने विमान को जासूसी विमान समझकर हमला किया था। हालांकि पाकिस्तान ने इस करतूत के लिए कभी भी औपचारिक माफी नहीं मांगी। इससे साफ होता है कि पाकिस्तान ने जानबूझकर बलवंत राय मेहता के विमान को गिराया था और उनकी हत्या ही की थी।

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के 46 साल बाद इस हमले में शामिल पायलट कैस हुसैन ने बलवंत राय मेहता के बीचक्राफ्ट के पायलट की बेटी को पत्र लिखकर माफी मांगी थी और इसे जंग में हुई चूक बताया था।

रिपोर्ट: मोनी देवी

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