..तो मिडिल-ईस्ट में आग लग जाएगी; डोनाल्ड ट्रंप के गाजा प्लान पर अरब नेताओं की नसीहत
- Donald Trump Gaza plan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद गाजा प्लान पर अंतरराष्ट्रीय राजनीति गर्म हो गई है। दुबई में हुए शिखर सम्मेलन में अरब नेताओं की तरफ से कहा गया कि अगर ट्रंप का यह प्लान लागू हुआ तो मिडिल-ईस्ट में अराजकता का एक नया चक्र शुरू हो जाएगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद गाजा प्लान की चर्चा ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति को गरमा दिया है। इस पूरे मामले पर अब अरब देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप गाजा पर कब्जा करके फिलिस्तीनियों को कहीं और बसाने का सपना देख रहे हैं। लेकिन इससे क्षेत्र में जारी युद्धविराम को खतरा होगा और क्षेत्रीय स्थिरता बुरी तरह से प्रभावित होगी। मिडिल-ईस्ट में आग लग जाएगी।
दुबई में शिखर सम्मेलन में अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घीत ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप गाजा को रियल एस्टेट बनाने की अपनी योजना पर आगे बढ़ते हैं तो मिडिल-ईस्ट को संकट के एक नए चक्र की तरफ ले जाएंगे। पूरे मिडिल-ईस्ट में अराजकता फैल जाएगी, आग लग जाएगी। फिलिस्तीनियों को गाजा से बाहर निकालना किसी भी तरीके से सही नहीं है। यह उन्हें धोखा देने जैसा होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा को लेकर अपने प्लान को दुनिया के सामने रखकर अरब देशों समेत पूरे विश्व को अचंभे में डाल दिया था। इजरायल ने इस योजना का स्वागत किया था, जबकि अरब जगत ने इस योजना को खारिज कर दिया था। अपनी योजना के बारे में बताते हुए ट्रंप ने कहा था कि वह गाजा पट्टी को अमेरिकी आधिपत्य में ले आएंगे और वहां बसी फिलिस्तीनी आबादी को दूसरे देशों में बसा देंगे। जब गाजा पूरी तरह से खाली हो जाएगा तो इसे ‘मिडिल-ईस्ट के रिवेरा’ की तर्ज पर विकसित किया जाएगा।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अपनी इस योजना की घोषणा करते हुए ट्रंप ने पहले कहा था कि जब यहां शांति हो जाएगी तो फिर गाजावासी वापस आ सकते हैं। हालांकि अभी हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कहा कि गाजावासियों को वापस गाजा में आने का कोई अधिकार नहीं होगा। ट्रंप ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वह यहां पर वापस आएंगे। क्योंकि हम उनके लिए एक शांतिपूर्ण ठिकाना तैयार करेंगे। अभी तक हमारी तरफ से ऐसी छह जगहों पर तैयारी की गई है। हालांकि अगर यह एक भी होती है तो भी कोई दिक्कत नहीं है। हम यहां पर इन लोगों को सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे।
डोनाल्ड ट्रंप की इस योजना को लेकर इजरायल की तरफ से कहा गया कि ट्रंप की योजना एकदम सही है। दशकों से चल रही इस समस्या के लिए किसी आउट ऑफ द बॉक्स योजना की ही जरूरत है। इस योजना के बाद गाजावासियों को भी शांतिपूर्ण तरीके से जीवन यापन करने की सुविधा मिलेगी और हमास जैसे आतंकवादी संगठन भी समाप्त हो जाएंगे। हालांकि हमास और अन्य देशों ने इसकी आलोचना की थी। हमास की तरफ से कहा गया कि हम अपनी जमीन के लिए दशकों से लड़ाई कर रहे हैं। फिलिस्तीनी इस योजना को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। हम अपने हक के लिए लड़ते रहेंगे। हमास और अरब देशों के अलावा पश्चिमी देशों ने भी ट्रंप की इस योजना का विरोध किया। जर्मनी के चांसलर स्कॉल्ज ने भी इसकी आलोचना करते हुए इसे फिलिस्तीनियों के साथ धोखा करार दिया।
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