शानदार रियल एस्टेट है गाजा; डोनाल्ड ट्रंप अब करने लगे कॉलोनियां बनाने की बात, क्या प्लान
- डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गाजा पट्टी एक अच्छा रियल एस्टेट है, जिस पर अमेरिका अपना नियंत्रण करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसका शानदार तरीके से विकास किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कम बजट में ही इस इलाके का हम शानदार विकास कर लेंगे, इसकी मैं जिम्मेदारी लेता हूं।

इजरायल और हमास के बीच फिलहाल अस्थायी सीजफायर जारी है, लेकिन अगली चिंगारी कहीं अमेरिका के चलते न भड़क जाए। इस बात का डर डोनाल्ड ट्रंप के रुख से बढ़ गया है, जिन्होंने अब गाजा को लेकर कहा है कि यहां से फिलिस्तीनियों को निकलना होगा और फिर उन्हें यहां वापसी का मौका नहीं मिलेगा। यही नहीं उन्होंने गाजा को एक शानदार रियल एस्टेट साइट कहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गाजा पट्टी एक अच्छा रियल एस्टेट है, जिस पर अमेरिका अपना नियंत्रण करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसका शानदार तरीके से विकास किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कम बजट में ही इस इलाके का हम शानदार विकास कर लेंगे, इसकी मैं जिम्मेदारी लेता हूं।
उनका यह कहना चौंकाने वाला है क्योंकि पहले भी उन्होंने फिलिस्तीनियों को गाजा से निकलने का प्रस्ताव दिया था। तब उनके प्रशासन के अन्य सहयोगियों का कहना था कि यह अस्थायी निकासी होगी और गाजा में हालात सुधरने के बाद वे वापस आ सकेंगे। अब ट्रंप ने उसके उलट कहा है कि गाजा से निकले फिलिस्तीनियों को फिर वापस नहीं आने दिया जाएगा। डोनाल्ड ट्रंप के बयान का पूरे इस्लामिक जगत में विरोध हो रहा है। इस्लामिक देशों का कहना है कि यह तो गाजा के लोगों का नस्लीय कत्लेआम करने जैसा प्लान है। लेकिन ट्रंप अपनी बात पर कायम हैं और उनका कहना है कि गाजा पर अमेरिकी नियंत्रण रहेगा। इसके विकास के बाद मध्य पूर्व के अलग-अलग देशों को इसमें मालिकाना हक दिया जाएगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एयरफोर्स विमान में ही मीडिया से बात करते हुए कहा कि गाजा से हमास को विदा कर देंगे और फिर उन्हें आने नहीं दिया जाएगा। ट्रंप ने इस दौरान हमास की कैद से छूट इजरायलियों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इन लोगों की हालत ऐसे थी, जैसे होलोकास्ट से निकले हों। उनके ऊपर बहुत अत्याचार किए गए हैं। ऐसा लगता है कि उन लोगों को एक महीने एक बार भी खाना नहीं दिया जाता था। यही नहीं उन्होंने हमास को चुनौती दी है कि इस शनिवार तक सभी बंधकों को रिहा कर दिया जाए वरना हम गाजा को नरक में बदल देंगे। उन्होंने कहा कि हम हमास को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इससे पीछे नहीं हटेंगे।
दरअसल इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू हाल ही में अमेरिका गए थे। इस दौरान उनकी डोनाल्ड ट्रंप से लंबी बातचीत हुई थी। ट्रंप ने सत्ता में आने के बाद सबसे पहले इजरायली पीएम से मुलाकात की। इससे अमेरिका की प्राथमिकता का भी पता चलता है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप पहले भी जो बाइडेन प्रशासन के खिलाफ थे और उनका कहना था कि वह हमास जैसे उग्रवादी संगठनों के प्रति ज्यादा नरम रहा है।
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