अब कनाडा जाना आसान नहीं, पीएम पद के दोनों उम्मीदवार प्रवासियों को आने से रोकने पर एकमत
- Canada news: कनाडा में इमीग्रेशन के मुद्दे पर दोनों प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों के बीच एक राय है। बुधवार को हुई बहस के दौरान कार्नी और पोलीवियरे दोनों ने कहा कि कनाडा में आने वाले लोगों की संख्या को कम करने की आवश्यकता है।

कनाडा जाने वाले लोगों के लिए अब राह आसान नहीं होने वाली है। कोविड के सालों के दौरान ट्रूडो सरकार ने आव्रजन की नीति को आसान बनाया था लेकिन अब कोविड के दौर के बाद इस नीति पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। ट्रूडो ने भी जाते-जाते इस नीति पर तलवार चला दी थी। वहीं अब निकट भविष्य में भी इसके वापस आने की उम्मीद नहीं है क्योंकि कनाडा के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल दोनों उम्मीदवार इस मुद्दे पर एक राय है कि आव्रजन पर प्रतिबंध फिलहाल लगे रहना चाहिए।
बुधवार को दोनों नेताओं की हुई चुनावी बहस के दौरान दोनों ने ही अपने-अपने तरीके से इस पर सहमति जताई। लिबरल पार्टी के नेता मार्क कार्नी ने कहा कि यह नीति काम नहीं कर रही है.. महामारी के बाद इसमें काफी खामी देखने को मिली हैं। इसके कारण हमारी जनसंख्या में करीब तीन फीसदी की वृद्धि हुई है... हमें इसके लिए एक सीमा तय करने की आवश्यकता है, जो कुछ सालों तक लागू रहे। वहीं दूसरी तरफ कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पोलीवरे ने भी इस बात पर सहमति जताई कि वह भी कनाडा में नए लोगों के प्रवेश को कम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमें जनसंख्या के उस स्तर पर वापस जाना चाहिए जहां पर सभी लोगों के लिए नौकरियां, घर और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।"
दोनों नेताओं के बीच में हुई इस बहस के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ और कनाडा को 51वां राज्य बनाने का बयान वाला मुद्दा छाया रहा। इस मुद्दे पर पीएम कार्नी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ताकत का सम्मान करते हैं इसके साथ ही वह ऐसे लोगों का सम्मान करते हैं जो जानते हैं कि दुनिया कैसे काम करती है.. हमें दुनिया भर में नई साझेदारियों की जरूरत है।
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