यूक्रेन के टुकड़े-टुकड़े वाला बयान देने वाले अमेरिकी राजदूत के बयान से हड़कंप, अब आया ट्रंप का जवाब
- डोनाल्ड ट्रंप के स्पेशल दूत ने सुझाव दिया है कि यूक्रेन का बंटवारा करने से रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम संभव हो सकता है। इस बयान से सभी हैरान हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी चुप्पी तोड़ी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ की एक सलाह पर दुनिया भर में हड़कंप मचा हुआ है। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विटकॉफ ने यह बयान देकर हड़कंप मचा दिया है कि अगर अमेरिका यूक्रेन के बंटवारे वाली रूसी शर्त को मान लेता है तो युद्धविराम संभव है। हालांकि उनके इस बयान पर ट्रंप प्रशासन में ही मतभेद हैं। इस पूरे मामले में अब डोनाल्ड ट्रंप का भी जवाब आ गया है। ट्रंप ने कहा कि युद्ध समाप्ति के लिए बातचीत शायद ठीक दिशा में जा रही है।
एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा कि युद्ध समाप्ति के लिए बातचीत शायद ठीक दिशा में जा रही है, लेकिन ऐसा समय भी आता है जब "आपको कुछ कर दिखाना होता है या फिर चुप हो जाना होता है।"
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में ट्रंप के साथ हुई एक अहम बैठक में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने उन्हें सुझाव दिया कि युद्धविराम का सबसे तेज़ तरीका यह हो सकता है कि अमेरिका रूस की उस रणनीति का समर्थन करे, जिसके तहत वह यूक्रेन के पूर्वी हिस्से के चार क्षेत्रों पर नियंत्रण चाहता है, जिनका रूस ने 2022 में अवैध रूप से विलय करने की कोशिश की थी।
रूसी दावे को लेकर रणनीति पर चर्चा
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में यह चर्चा भी हुई कि इन चार क्षेत्रों को लेकर यदि कोई समझौता होता है तो यह युद्धविराम की दिशा में एक बड़ी पहल साबित हो सकती है। हालांकि इस रणनीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर सवाल उठ सकते हैं, क्योंकि ये क्षेत्र रूस ने अंतरराष्ट्रीय नियमों को दरकिनार करते हुए कब्जा करने की कोशिश की थी।
विटकॉफ का क्या सुझाव है
विटकॉफ ने सुझाव दिया है कि यूक्रेन में युद्धविराम को तेजी से लागू करने का सबसे प्रभावी तरीका यह हो सकता है कि अमेरिका रूस को यूक्रेन के चार पूर्वी क्षेत्रों पर अधिकार देने की रणनीति का समर्थन करे। हालांकि रिपोर्ट में विशिष्ट रूप से उन तीन या चार क्षेत्रों के नाम का ज़िक्र नहीं किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि ये वे ही क्षेत्र हैं जिन्हें रूस ने 2022 में अवैध रूप से कब्ज़ाने की कोशिश की थी। ये क्षेत्र डोनेत्स्क,लुहान्स्क, ज़ापोरिझिया और खेरसॉन हैं।
विटकॉफ का सुझाव था कि इन क्षेत्रों पर रूस की दावेदारी को मान्यता देना एक “तेज समाधान” हो सकता है जिससे युद्धविराम की ओर बढ़ा जा सके। लेकिन यह सुझाव काफी विवादास्पद है क्योंकि इससे यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता पर सीधा आघात होता है और अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन माना जाएगा।
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