यूक्रेन की जंग में अब चीनी लड़ाके भी उतरे, जेलेंस्की के दावे से अमेरिका तक खलबली; कठघरे में पुतिन
- यूक्रेन युद्ध में दो चीनी सैनिकों को जिंदा पकड़ने के बाद अब जेलेंस्की ने दावा किया है कि 150 से ज्यादा चीनी सैनिक भी जंग में उतरे हैं। जंग में उत्तर कोरिया के बाद अब चीन का नाम सामने आने से अमेरिका तक खलबली मच गई है।

China Army Fighting for Russia: यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सनसनीखेज दावा किया कि रूस के साथ जारी युद्ध में 150 से अधिक चीनी नागरिक बतौर भाड़े के सैनिक लड़ रहे हैं। यह बयान उस समय आया जब यूक्रेन ने पहली बार दो चीनी नागरिकों को युद्ध के मैदान से जिंदा पकड़ने का दावा किया है। उत्तर कोरियाई सैनिकों के बाद चीन की यूक्रेन युद्ध में सीधी एंट्री विश्व युद्ध की तरफ आशंकित है। इस दावे से अमेरिका तक खलबली मच गई है। डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने इस पर चिंता जाहिर की है। उधर, मामले में चीन ने इन आरोपों को "पूरी तरह निराधार" बताया है और गलत व्याख्या से बचने की चेतावनी दी है।
जेलेंस्की ने यह भी कहा कि पकड़े गए चीनी सैनिकों को रूस द्वारा बंदी बनाए गए यूक्रेनी सैनिकों के बदले रिहा किया जा सकता है। इस पूरे घटनाक्रम के बीच, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन संघर्ष विराम की कोशिशों में जुटा है, लेकिन रूस ने प्रस्तावित 30 दिन के युद्धविराम को अस्वीकार कर दिया है, जबकि यूक्रेन सैद्धांतिक रूप से सहमत है।
जेलेंस्की का बड़ा खुलासा
दो चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद बुधवार को जेलेंस्की ने कहा कि उनकी सरकार के पास रूस के लिए लड़ रहे 150 से अधिक चीनी भाड़े के सैनिकों की ठोस खुफिया जानकारी है। उन्होंने कहा कि चीन को यह पता है कि रूस किस तरह सोशल मीडिया के जरिए चीनी नागरिकों की भर्ती कर रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके पास पासपोर्ट नंबरों और यात्रा तिथियों से संबंधित दस्तावेज मौजूद हैं, जिन्हें वे पत्रकारों को दिखाने को तैयार हैं।
चीन भड़का
बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, "चीन हमेशा अपने नागरिकों को युद्ध क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह देता है और किसी भी पक्ष की सैन्य गतिविधियों में भाग लेने से रोकता है।" उन्होंने कहा कि चीन यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान में "संरचनात्मक भूमिका" निभा रहा है।
अमेरिका की चिंता और आरोप
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने चीनी नागरिकों की कथित भागीदारी को "चिंताजनक" बताया। उन्होंने कहा, "चीन रूस का सबसे बड़ा समर्थक बन चुका है" और बताया कि रूस में आने वाले लगभग 80% डुअल-यूज गुड्स (सैन्य और नागरिक दोनों तरह से उपयोगी तकनीक) चीन से आते हैं — जिनमें माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, मिसाइल, ड्रोन और टैंक निर्माण के उपकरण शामिल हैं।
हालांकि चीन के सरकारी मीडिया ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन कुछ अपुष्ट वीडियो और पोस्ट चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें कुछ नागरिकों के युद्ध में भाग लेने के दावे किए जा रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध की ताजा स्थिति
1000 किलोमीटर लंबी युद्ध रेखा पर भीषण संघर्ष जारी है। डोनेट्स्क के क्रामाटोर्स्क शहर पर रूस ने मंगलवार रात शहीद ड्रोन से बड़ा हमला किया, जिसमें एक बच्चा और दो अन्य घायल हो गए। उधर रूस का दावा है कि उसने 11 क्षेत्रों में यूक्रेन के 158 ड्रोन्स को मार गिराया, जिनमें कुछ ड्रोन्स उरल पर्वतीय क्षेत्र तक पहुंच गए थे, जो सीमा से करीब 1200 किलोमीटर दूर है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।