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स्मार्ट मीटर लगाना पड़ा भारी, रांची में 800 घरों की काट दी गई बिजली, क्या थी वजह

स्मार्ट मीटर का बैलेंस शून्य होते ही मंगलवार को रांची विद्युत आपूर्ति अंचल के करीब 800 कस्टमर के घरों की बिजली कट गई। लोगों को इसका पता तब चला, जब पड़ोसी के घरों में बिजली बहाल देखी।

Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तान, रांचीWed, 14 May 2025 07:10 AM
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स्मार्ट मीटर लगाना पड़ा भारी, रांची में 800 घरों की काट दी गई बिजली, क्या थी वजह

स्मार्ट मीटर का बैलेंस (खाते का पैसा) शून्य होते ही मंगलवार को रांची विद्युत आपूर्ति अंचल के करीब 800 उपभोक्ताओं के घरों की बिजली कट गई। लोगों को इसका पता तब चला, जब पड़ोसी के घरों में बिजली बहाल देखी। उपभोक्ताओं ने जब अपने नजदीकी बिजली कार्यालय में संपर्क किया तो उन्हें जानकारी दी गई कि उनके खाते में बिजली का बैलेंस शून्य हो चुका है। ऐसे में स्वत: ही घरों की बिजली कट गई है। इस पर कई उपभोक्ताओं ने आनन-फानन में जेबीवीएनएल और जैक्सन पे ऐप, एटीपी मशीन के जरिये भुगतान किया। इसके आधे घंटे बाद खाता अपडेट होने पर बिजली बहाल हो सकी। वहीं, रांची विद्युत आपूर्ति अंचल के अधीक्षण अभियंता डीएन साहू ने कहा कि बैलेंस शून्य होने पर स्वत: बिजली कटनी शुरू हो गई है।

रांची में लगाए जाने हैं 40,457 स्मार्ट मीटर

रांची में 3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यहां विश्व बैंक के सहयोग से प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। जबकि अन्य क्षेत्रों केंद्र प्रायोजित आरडीएसएस स्कीम के तहत स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना है। अब तक रांची में सिर्फ 40,457 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं।

राजधानी रांची में जिन वादों का भरोसा दिलाकर स्मार्ट मीटर लगाए, आज वह बिजली उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है। उपभोक्ताओं की समस्याएं कम होने की बजाय लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। स्मार्ट मीटर के नाम पर उपभोक्ताओं को राहत देने की बात तो कही गई थी। लेकिन हकीकत इससे एकदम उलट है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने मंगलवार को पड़ताल की तो स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं ने बिजली से जुड़ी कई तरह की समस्याएं साझा कीं। उपभोक्ताओं ने बताया कि केवल बिल बढ़ाकर ही नहीं दिया जा रहा, ऑनलाइन बिल भुगतान में भी परेशानी हो रही है। साथ ही गलत मीटर रीडिंग भी कर बिल भुगतान कराया जा रहा है। हरमू के पावर स्टेशन कार्यालय में बिल जमा करने को लंबी कतार रही। लोगों ने बताया कि ऑनलाइन बिजली बिल जमा नहीं हो पा रहा है। सर्वर डाउन से घंटों लाइन में लगना पड़ता है।

पांच माह का बिल ढाई लाख रुपए आया

उपभोक्ताओं ने बताया कि समय पर बिल की कॉपी नहीं मिलती। कई महीनों का बिल एक साथ दिया जा रहा है। कुछ उपभोक्ताओं ने बताया की पहले की तुलता में अधिक बिल आ रहा है। पहले हर माह का बिल करीब 150 रुपये आता था। लेकिन अब पांच माह का बिल ढाई लाख रुपए आया है। कुछ लोगों ने कहा, समय पर बिल की सूचना नहीं मिलती और एक दिन का समय देकर कनेक्शन काटने की चेतावनी दी जाती है।