झारखंड में ‘बैक टू स्कूल’ की होगी सख्त मॉनिटरिंग, निरीक्षण के लिए बना यह ऐक्शन प्लान
जिलों से प्रखंड के रिसोर्स शिक्षक भी अनुश्रवण दल के साथ विद्यालयों का भ्रमण करेंगे। प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को भी अनुश्रवण दल के साथ भ्रमण करना होगा। प्रखंड स्तरीय नामित पदाधिकारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति की जवाबदेही जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक की होगी।

झारखंड के स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग की ओर से चलाए गये बैक टू स्कूल (रुआर कार्यक्रम 2025) के समापन के बाद अब इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। झारखंड के 192 स्कूलों का औचक निरीक्षण होगा। आउट ऑफ स्कूल बच्चों को स्कूल में जोड़ने की संबंधित गतिविधियों के अनुश्रवण के लिए राज्यस्तरीय टीम का गठन कर लिया गया है।
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, एमडीएम और झारखंड शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद से 24 राज्यस्तरीय टीम लीडर समेत 61 पदाधिकारियों के नेतृत्व में राज्यस्तरीय टीम बनाई गई है। यह टीम 14 मई से 20 मई तक सभी 24 जिलों के विद्यालय अवधि में भ्रमण करेगी।
टीम में शामिल पदाधिकारियों को संबंधित जिलों के कम से कम आठ विद्यालयों का भ्रमण करना होगा। भ्रमण के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक को कम से कम एक दिन भ्रमण करना है। विद्यालय प्रबंधन समिति से जुड़े पदाधिकारी भी टीम के साथ जिलों का भ्रमण करेंगे।
इनके अलावा सभी जिलों से प्रखंड के रिसोर्स शिक्षक भी अनुश्रवण दल के साथ विद्यालयों का भ्रमण करेंगे। प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को भी अनुश्रवण दल के साथ भ्रमण करना होगा। प्रखंड स्तरीय नामित पदाधिकारियों की शत प्रतिशत उपस्थिति की जवाबदेही जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक की होगी।
27 मई तक टीम सौंपेगी निरीक्षण की रिपोर्ट: विद्यालयों के निरीक्षण के बाद रिपोर्ट झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद को 27 मई तक देनी होगी। रिपोर्ट में उल्लेख करना होगा कि संबंधित टीम द्वारा कितने विद्यालयों का निरीक्षण किया गया है। आवश्यक सलाह और कार्रवाई के लिए बिंदुवार वर्णन करना होगा।
यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक ने अपेक्षित सहयोग किया या नहीं। प्रखंड में शिक्षा पदाधिकारियों का कार्य संतोषजनक था या नहीं। रिपोर्ट के आधार पर स्कूल रुआर 2025 समेत अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों में लापरवाही बरतने वाले प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों, विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
60,909 आउट ऑफ स्कूल बच्चे विद्यालय से जुड़े
स्कूल रुआर कार्यक्रम 2025 के तहत चले अभियान में 60,909 आउट ऑफ स्कूल, ड्रॉप आउट बच्चों को विद्यालय से फिर से जोड़ने में सफलता मिली है। लक्षित 59,094 बच्चों से अधिक को स्कूल से जोड़ने में कामयाबी मिली है। बच्चों का डाटा उपलब्ध कराने में लातेहार फिसड्डी रहा है।
यहां 1057 में से मात्र 184 विद्यालयों ने ही स्कूल रुआर अभियान से संबंधित पोर्टल पर डाटा उपलब्ध कराया है। दुमका के विद्यालयों ने शानदार प्रदर्शन किया है। यहां 2301 में से 1970 विद्यालयों ने डाटा उपलब्ध करा दिया है। रांची के 2100 में से मात्र 523 विद्यालयों ने ही डाटा उपलब्ध कराया है।
भ्रमण के दिन समय से पूर्व और बाद तक खुले रहेंगे स्कूल
राज्यस्तरीय टीम के निरीक्षण को ध्यान में रखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन विद्यालयों का भ्रमण किया जाना है वह आवश्यकतानुसार समय से पूर्व या देर तक खुले रहेंगे। बच्चों को निर्धारित अवधि के बाद छुट्टी दे दी जाएगी। मगर अन्य शिक्षक और सपोर्टिंग स्टाफ स्कूल में ही रहेंगे और टीम को सहयोग करेंगे। स्कूल बंद पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।