बोले बोकारो: लाइट व ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हो, शौचालय का ताला खुले
जैनामोड़ बाजार का विकास 1973-74 से हुआ, लेकिन सुविधाओं में कमी आई है। ट्रैफिक जाम, शौचालयों का बंद रहना, नालियों का पानी दुकानों में प्रवेश करना और सुरक्षा की कमी जैसी समस्याएं व्यापारी और ग्राहकों को...

जैनामोड़ बाजार का आरंभ 1973-74 के दौरान हुआ था। झारखंड निर्माण के बाद बाजार का तेजी से विकसित हुआ। लेकिन, बाजार बढ़ने के साथ सुविधाओं में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। ट्रैफिक पुलिस के अभाव में बाजार में लगातार जाम लगने से व्यवसाय पर इसका असर पड़ने लगा है। ट्रेकर स्टैंड में 5 वर्ष पूर्व बना शौचालय आज तक तक लोगों के लिए नहीं खुला। जैनामोड़ चौक पर विधायक मद से बने शौचालय का उद्घाटन होने के दो माह बाद भी नहीं खोला गया है। स्टैंड में लगी सोलर टावर लाइट लंबे समय से बंद है। बारिश में नालियों का पानी कई दुकानों में प्रवेश कर जाता है। यहां संचालित सात आरा मशीनें सरकार ने बंद करा दी हैं। शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए चास से लकड़ियां लानी पड़ती हैं। सार्वजनिक पेयजल, साफ-सफाई, पार्किंग का अभाव है। बाजार में स्ट्रीट लाइट और टावर लाइट की कमी है। सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। सफाई की कमी है। जिस कारण जहां तहां गंदगी फैली रहती है। चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सीसीटीवी को लगाया जाना चाहिए।
हि न्दुस्तान की ओर से आयोजित बोले बोकारो संवाद कार्यक्रम के दौरान जैनामोड़ चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के व्यावसायियों ने कहा कि झारखंड निर्माण के बाद जैनामोड़ बाजार जरीडीह प्रखंड, कसमार प्रखंड एवं चास प्रखंड के बालीडीह थाना क्षेत्र के लोगों का सबसे करीबी एवं बड़ा बाजार बनकर उभरा है। बाजार में हर दिन सुबह से लेकर शाम तक लोगों का आवागमन रहता है। यहां पार्किंग व ट्रैफिक को लेकर प्रशासन की सुस्ती के कारण लगातार जाम सा माहौल रहता है। चौक के आस-पास सड़क को ही बाइक स्टैंड बना दिया गया है। वहीं, बाजार से थोड़ी दूर पर फोरलेन चौक पर भी ट्रैफिक व्यवस्था का बुरा हाल है। पुलिस प्रशासन इस व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सक्रियता नहीं दिखा रहा है। इस दिशा में प्रशासन सहयोग करे तो जैनामोड़ मुख्य चौक के साथ फोरलेन चौक के राहगीरों को जाम व परेशानी से निजात मिल सकती है। जिला प्रशसान इस दिशा में पहल करे।
शौचालन बना पर नहीं खुला ताला : चैंबर के सदस्यों ने कहा कि जैनामोड़ बाजार के लिए बने ट्रेकर स्टैंड में फिलहाल सब्जी मंडी लगती है। वहां करीब 5 वर्ष पूर्व जिला प्रशासन द्वारा नए सिरे से शौचालय का भी निर्माण कराया गया था। लेकिन, आज तक शौचालय का उद्घाटन नहीं हुआ और न ही आम जनता इसका उपयोग कर पा रही है। जबकि 15वें वित्त आयोग की रकम का उपयोग कर शौचालय का रिनोवेशन का काम किया गया। कहा कि सरकारी फंड का सरासर दुरुपयोग हो रहा है। इसे देखने वाला कोई नहीं है। वहीं, दूसरी ओर लंबे इंतजार के बाद कृषि व्यापार मंडल क्षेत्र में विधायक फंड से शौचालय बना है। उद्घाटन हुए दो माह गुजर गया है। आज तक शौचालय के दरवाजे का ताला नहीं खुला है। शौचालय के अभाव में लोग इधर-उधर काम निकालने को विवश हैं। बाजार में पहुंचने वाली महिलाओं को परेशानी होती है।
बारिश में दुकानों में प्रवेश करता है नाली का पानी : चैंबर के सदस्यों ने कहा कि जैनामोड़ बाजार में नाली की समस्या है। बारिश में नाली का गंदा पानी कई दुकानों में प्रवेश कर जाता है। दुकानदारों की मांग पर नाली का निर्माण एक ओर किया जा रहा है। नाली का निर्माण जैसे-तैसे किया जा रहा है। नाली निर्माण से पूर्व यहां के व्यावसlयियों व स्थानीय लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था। ताकि बेहतर ढंग से इसका निर्माण हो सके। मुख्य चौक पर सड़क से सट कर नाली का निर्माण किया गया है। इस कारण बाजार में पहुंचने वाले लोग सड़क किनारे ही बाइक लगा देते हैं। जिससे जाम और भी अधिक लगने लगा है। वहीं, चौक पर नाली के बाद सड़क पर ही टावर लाइट लगा दी गई है। इसको लेकर भी लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। कहा कि टावर लाइट नाली के पार लगाया जाता तो बेहतर होता।
मालवाहक वाहनों से ट्रेक्टर स्टैंड में लिया जाता है टैक्स : चैंबर के सदस्यों ने कहा कि जैनामोड़ ट्रेक्टर स्टैंड में सब्जी का बाजार सजता है। ट्रैक्टर स्टैंड का टेंडर होता है। जबकि वाहन जैनामोड़ चौक के बालीडीह रोड व रामगढ़ रोड पर लगते हैं। स्टैंड के टेंडर की रकम की उगाही के लिए जैनामोड़ बाजार में आने वाले सभी मालवाहक वाहनों से भी स्टैंड का भाड़ा वसूला जाता है। यहां के व्यवसायी बार-बार इसका विरोध करते हैं। लेकिन, इस पर कोई सुनवाई नहीं होती है। कहा कि यहां सब कुछ मनमाने ढंग से चल रहा है। इसके लिए न तो प्रशासन का सपोर्ट मिलता है और न जनप्रतिनिधि का।
सुझाव
1. बाजार सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो, जाम की स्थिति से निजात मिले। फोरलेन चौक पर यातायात पुलिस हो।
2. बाजार में स्ट्रीट लाइट व टावर लाइट की व्यवस्था की कमी है।
3. आरा मशीनों को फिर लाइसेंस देकर चालू कराया जाए।
4. सुरक्षा के लिहाज से जैनामोड़ बाजार के हर चौक चौराहों पर सीसीटीवी इंटॉल कराया जाए।
5. यहां बने कोल्ड स्टोरेज एवं शौचालय का संचालन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स कराया जाए।
को ये दोनों चीजें हेंड ओवर कर दिया जाना चाहिए।
शिकायतें
1. ट्रैफिक व्यवस्था पर प्रशासन का ध्यान नहीं है। बाजार में यातायात नियामों का पालन नहीं।
2. बाजार में स्ट्रीट लाइट व टावर लाइट की व्यवस्था की कमी है।
3. बेरमो अनुमंडल की सभी आरा मशीनें बंद। शवों के अंतिम संस्कार में परेशानी।
4. बाजार में प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल नहीं कराया है।
5. शौचालय एवं कोल्ड स्टोरेज बनने के बाद भी यहां के व्यवसायी एवं आम लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है।
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