दाह संस्कार को वन विभाग ने दिया 20 हजार रुपये
नोवामुंडी में एक जंगली हाथी के हमले से 55 वर्षीय बुधनी लागुरी की मौत हो गई। वन कर्मियों ने उनके परिवार को तत्काल 20,000 रुपये की सहायता दी। घटना के बाद, घायल पति सिंगा लागुरी का इलाज चल रहा है। वन...

नोवामुंडी, संवाददाता। नोवामुंडी वन प्रक्षेत्र के वन कर्मियों ने सोमवार को जंगली हाथी के हमले से मौत हुई बुधनी लागुरी 55 साल के परिजनों को दाह-संस्कार के लिए तत्काल नकद बीस हजार रुपये दिया। नोवामुंडी वन विभाग के वनरक्षी अमित महतो व वनरक्षी लक्ष्मी टुडू ने मिलकर यह रुपये बुधनी लागुरी के बड़े बेटे महाती लागुरी, मंझले बेटे रमेश लागुरी व छोटे बेटे कान्हू लागुरी को सौंपा। मामले को लेकर मंगलवार को नोवामुंडी थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद टीएमएच से शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल भेज दिया है। टीएमएच अस्पताल में जंगली हाथी के हमले से जख्मी सिंगा लागुरी की इलाज चल रहा है। फिलवक्त उनकी हालत में कुछ सुधार आया है। नोवामुंडी वन प्रक्षेत्र के रेंजर जितेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि भीड़ से भटके जंगली हाथी ने लोवाबेड़ा जंगल में महुदी शालीकुटी गांव के सिंगा लागुरी व पत्नी बुधनी लागुरी साथ में जंगल गये थे। जंगली हाथी ने अचानक दोनों पति-पत्नी पर हमला कर जख्मी कर दिया है। हाथी के चले जाने के बाद गांव वाले ने मिलकर दोनों को जख्मी हालत में लेकर इलाज के लिये नोवामुंडी अस्पताल लाने के दौरान रास्ते में महिला ने दम तोड़ दिया। बताया कि वन अधिनियम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिजनों को मुआवजा के तौर पर चार लाख रुपये मिलने का प्रावधान है। जख्मी सिंगा लागुरी को डॉक्टर के मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा मिलेगा। घटना के बाद पदापहाड़ वन सुरक्षा प्रबंधन अध्यक्ष कांडे बालमुचु भी जानकारी लेने नोवामुंडी अस्पताल पहुंचे हुये थे।
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