डॉक्टर पर जानलेवा हमले के विरोध में देवघर के सभी डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर, ओपीडी सेवाएं ठप
देवघर में आरोग्य शिशु केंद्र के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कुंदन कुमार पर जानलेवा हमले के बाद जिले के सभी सरकारी और निजी डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। डॉक्टरों ने आरोपियों की...

देवघर, प्रतिनिधि। शहर के बाजला चौक के समीप स्थित आरोग्य शिशु केंद्र के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कुंदन कुमार पर मरीज के परिजनों द्वारा किए गए जानलेवा हमले के विरोध में जिले के सभी निजी और सरकारी डॉक्टरों ने मंगलवार सुबह 8 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। घटना को 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने से नाराज डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाएं ठप रखने का भी निर्णय लिया है। इस हड़ताल के कारण देवघर सदर अस्पताल में भी जेनरल ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगी, हालांकि आपातकालीन सेवा चालू रखी गई है ताकि गंभीर मरीजों को त्वरित सहायता मिल सके। जिले के सभी निजी डॉक्टरों ने भी पूर्ण रूप से हड़ताल में शामिल होने का ऐलान किया है, जिससे आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। मामले में आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के बैनर तले आईएमए देवघर के सचिव डॉक्टर गौरी शंकर के नेतृत्व में मंगलवार को डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने देवघर उपायुक्त से मिलकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में डॉक्टरों ने मांग की है कि आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए व भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रशासन त्वरित कार्रवाई की गारंटी दे। आईएमए ने इस हमले को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय बताया है। आईएमए द्वारा सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि झारखंड के मुख्य सचिव, डीजीपी, देवघर एसपी व सिविल सर्जन को भी भेजी गई है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और प्रशासन से उचित कार्रवाई का भरोसा नहीं मिलता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए जाते, वे खुद को असुरक्षित महसूस करेंगे और इस तरह की घटनाएं चिकित्सा व्यवस्था को बाधित करती रहेंगी। इस आंदोलन के कारण मरीजों को खासकर ग्रामीण इलाकों से आने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
क्या थी घटना: घटना को लेकर डॉक्टर कुंदन कुमार द्वारा नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दर्ज प्राथमिकी में जिक्र किया गया है कि रविवार अहले सुबह करीब 3:30 बजे रिखिया थाना क्षेत्र के गौरीगंज निवासी एक 10 माह के बच्चे को परिजनों द्वारा बीमार अवस्था में इलाज के लिए उनके क्लिनिक पर लाया गया था। जहां उनके द्वारा जांच करने के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। लेकिन बच्चे के परिजनों द्वारा आक्रोशित होकर बच्चे के जिंदा होने का दावा किया जाने लगा। जिसके बाद बच्चे के परिजनों द्वारा क्लिनिक में हंगामा व गाली-गलौज करना शुरु कर दिया गया। बच्चे के परिजन सड़क जाम करने की बात कहते हुए सड़क पर चले गए। उसके बाद उनलोगों ने क्लिनिक के गेट पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरु कर दिया। क्लिनिक पर ईंट-पत्थर फेंकने के कारण उन्होंने क्लिनिक का गेट बंद करवा दिया। जिसके बाद 8-10 की संख्या में लोग दीवार फांदकर अंदर चले गए व उनपर जानलेवा हमला करते हुए रॉड, चाकु व लात-घुंसे से मारना शुरु कर दिया। इस घटना में वह गंभीर रुप से जख्मी हो गए। मारपीट के दौरान उनका सर फट गया। जिसके बाद वह इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचे। इस क्रम में क्लिनिक में भी तोड़-फोड़ की गई थी।
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