सरहुल महोत्सव पर थिरके बीआईटी सिन्दरी के आदिवासी छात्र छात्राएं
सिंदरी, प्रतिनिधि।सिंदरी, प्रतिनिधि। बीआईटी सिंदरी में कल्चरल सोसाइटी के द्वारा सोमवार को सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कल्चरल सोसाइटी के

सिंदरी, प्रतिनिधि। बीआईटी सिंदरी में कल्चरल सोसाइटी के द्वारा सोमवार को सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कल्चरल सोसाइटी के सदस्यों ने प्रोफेसर इंचार्ज डा अजय उरांव के नेतृत्व में डॉ उपेंद्र प्रसाद, डॉ डीके तांती, प्रो राजीव वर्मा, डॉ जितू कुजूर, डॉ निशिकांत किस्कू, डॉ जे एन महतो को पखारते हुए पूजा स्थल पर ले गए। वहां आदिवासी विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर सरहुल की सखुआ डाली की भी पूजा की गई। एमसी ग्राउंड में सखुआ के पौधे लगाए गए। कल्चरल सोसाइटी के छात्र छात्राओं ने मांदर की थाप पर आदिवासी गीत एवं नृत्य पर खूब थिरके। छात्र छात्राओं ने आदिवासी गीत नृत्य कर सबका मनमोह लिया। इस अवसर पर डॉ अजय उरांव ने कहा कि सरहुल पर्व हमें प्रकृति से जुडने और उसकी रक्षा करने को प्रेरित करता है। आदिवासी संस्कृति प्रकृति प्रेम का प्रतीक है। इसलिए सरहुल पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण का पाठ पढ़ाता है।
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