जयपुर से मां दुर्गा की प्रतिमा पहुंची, छह को होगी प्राण प्रतिष्ठा
04 अप्रैल को विंध्याचल से ज्योत लाइ जाएगी मंदिर में अनवरत जलेगी ज्योत, कार्यक्रम की

गोविंदपुर, प्रतिनिधि। गोविंदपुर छठ तालाब किनारे नवनिर्मित जगत जननी दुर्गा माता मंदिर के लिए जयपुर से रविवार को प्रतिमा पहुंच गई। मंदिर के लिए 4 अप्रैल को विंध्याचल से देवी की ज्योत लाई जाएगी, जो अनवरत जलती रहेगी। राजस्थान के आर्किटेक्ट मंदिर को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। छठ तालाब के चारों ओर सोलर लाइट लगाए गए हैं। मंदिर के पहुंच पथ का भी निर्माण पूर्ण हो गया है। श्रद्धालुओं के लिए तालाब में नए घाट का भी निर्माण किया गया है। कभी वीरान रहने वाले छठ तालाब के किनारे श्रद्धालुओं की चहल-पहल बढ़ गई है। तालाब के किनारे शिव मंदिर का निर्माण पहले ही किया गया है। हाल में हरदेवराम पुस्तकालय एवं रोटरी क्लब के डायलिसिस केंद्र व सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का भी भवन बना है।
इधर, जगत जननी मां दुर्गा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ की तैयारी जोरों पर है। कार्यक्रम के पहले दिन 2 अप्रैल को श्री सिद्ध हनुमान मंदिर अग्रसेन भवन से ऊपर बाजार जीटी रोड के सर्विस लेन होते हुए टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज से होकर कलश यात्रा मंदिर तक पहुंचेगी। इसमें 1100 महिलाएं कलश व 500 महिला-पुरुष हाथ में निसान लेकर चलेंगे। महिला समूह द्वारा कलश सजाया जा रहा है। समाजसेवी शंभूनाथ अग्रवाल द्वारा निर्मित इस मंदिर का संचालन गोविंदपुर समाज द्वारा किया जाएगा। कलश शोभायात्रा में रथ के साथ-साथ छऊ नृत्य, दिल्ली की ढोल पार्टी, सुनामी भांगड़ा आदि शामिल रहेंगे । 5 अप्रैल को देवी विग्रह एवं विंध्याचल से आई ज्योत का नगर भ्रमण होगा। इसमें बनारस का डमरू कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र होगा। इस दिन बनारस की टीम द्वारा मंदिर के समीप छठ तालाब में गंगा आरती की जाएगी। छह अप्रैल को प्राण प्रतिष्ठा होगी एवं भंडारा का आयोजन किया जाएगा। आयोजकों ने कलश शोभायात्रा में यात्रा में महिलाओं से पीली साड़ी एवं श्रद्धालु पुरुषों से कुर्ता- पायजामा पहनने की अपील की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।