बोले धनबाद: बाजार में शौचालय तो बना पर लटका है ताला
झरिया, धनबाद का सबसे पुराना बाजार, जहां दूर-दूर से महिलाएं खरीदारी करने आती हैं। लेकिन यहां महिलाओं के लिए शौचालय और यूरिनल की व्यवस्था नहीं है। महिलाएं शौच के लिए दूर जाने को मजबूर हैं। स्थानीय...
धनबाद जिले का सबसे पुराना बाजार झरिया है। यहां पर खरीदारी करने के लिए झरिया के लोग ही नहीं बल्कि दूर दराज से भी महिला-पुरुष पहुंचते हैं। आज भी झरिया में धनबाद, धनसार, बलियापुर, चंदनक्यारी आदि जगहों की महिलाएं बाजार करने के लिए पहुंचती है। बलियापुर, चंदन क्यारी आदि जगहों से बड़ी संख्या में महिलाएं सब्जी बेचने झरिया आती हैं। झरिया ने कई महिलाओं को विधानसभा भेजा। आबो देवी, कुंती देवी, पूर्णिया नीरज सिंह और वर्तमान में रागिनी सिंह विधायक है। लेकिन झरिया में महिलाओं के लिए सुविधा के मुद्दे पर कोई काम नहीं हुआ। बाजार से बाहर कुछ स्थानों पर मॉडल शौचालय तो बने हैं लेकिन नगर निगम का इनपर ताला लटका हुआ है। पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। कहीं भी यूरिनल या शौचालय बाजार के अंदर नहीं है। महिलाओं को पेट्रोल पंप, किसी गली मोहल्ले की घरों या इधर-उधर जाने को विवश होना पड़ता है। शौचालय नहीं होने से महिलाएं को शौच के लिए मिलो दूर जाना पड़ रहा है। इस पर ध्यान किसी का नहीं है।
बोले धनबाद के लिए आयोजित संवाद में झरिया बाजार की महिलाओं ने खुलकर अपनी समस्याएं रखी। बोली झरिया में हर तरह का सामान कुछ ही दूरी पर मिल जाता है। अभी भी कई सामान सस्ते मिलते हैं। जिसके कारण दूर दराज से महिलाएं खरीदारी करने के लिए आती है। लेकिन शौचालय और यूरिनल की व्यवस्था कहीं नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो किसी के घर में स्थित शैचालय में जाना पड़ता है। अन्यथा किसी गली में जाने को विवश हैं। मेन रोड से अंदर बाजार तक जाने में जाम की समस्या रहती है। नालियों का पानी भी कई जगहों पर सड़कों पर बहता रहता है। सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है। जिला प्रशासन नगर निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए।
मॉडल शौचालय का खुले ताला: महिलाओं ने कहा कि झरिया के कोयला से पूरा देश रोशन हो रहा है। लेकिन यहां की आधी आबादी पर किसी का ध्यान नहीं। डीएमएफटी में करोड़ों करोड़ों रुपया दूसरे जगह खर्च होता है। लेकिन यहां पर शौचालय बनाने की कोई व्यवस्था नहीं है। कई बार मांग भी किया गया लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नगर निगम ने कुछ जगहों पर मॉडल शौचालय बनाया है। लेकिन शहर के अंदर नहीं। उसमें भी ताला लगा हुआ है। कोई जा नहीं सकता है करोड़ों रुपया बर्बाद हो गया।
प्रत्येक मार्केट में शौचालय हो: 20 साल पहले जब झमाडा के अंदर सफाई व्यवस्था थी। उस समय कई जगहों पर यूरिनल थे। लेकिन वहां पर अब दुकान खुल गई है। अतिक्रमण कई जगहों पर हुआ है। नगर निगम वैसे अतिक्रमण पर ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि जरूरत है कि हर मार्केट में एक शौचालय अवश्य होना चाहिए। वहां पानी की भी व्यवस्था होनी चाहिए।
सुझाव
1. झरिया के सभी मार्केट में यूरिनल और शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए
2. शौचालय में देख रेख के लिए कर्मी की नियुक्ति हो और शोच जाने वाले से शुल्क लिया जा सकता है।
3. साफ सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए
4. मच्छरों का नाश करने के लिए हर 3 महीने पर फागिंग की व्यवस्था होनी चाहिए
5. ट्रैफिक जाम से मुक्ति के लिए पुलिस की तैनाती होनी चाहिए
शिकायतें
1. जगह-जगह पर अतिक्रमण हुआ है पूर्व के यूरिनल को भी अतिक्रमित कर लिया गया है।
2. साफ सफाई की व्यवस्था नहीं है नालियों का पानी सड़क पर बहता है
3. पानी की घोर समस्या है, पीने का पानी के लिए होटल या बोतल पर निर्भर रहना पड़ता है।
4. कहीं भी यूरिनल और शौचालय की व्यवस्था नहीं है
5. सड़क जाम के कारण भी परेशानी होती है। इससे शहर के दुकानदारों को परेशानियां होती है।
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