Governor Unveils Statue of Freedom Fighter Chanak Mahato on Martyrdom Day चाकुलिया: शहीद चानकु महतो की जीवनी से प्रेरणा ले युवा पीढ़ी: राज्यपाल, Ghatsila Hindi News - Hindustan
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चाकुलिया: शहीद चानकु महतो की जीवनी से प्रेरणा ले युवा पीढ़ी: राज्यपाल

चाकुलिया के भालुकबिंदा में स्वतंत्रता सेनानी वीर शहीद चानकु महतो का 169वां शहादत दिवस मनाया गया। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उनकी मूर्ति का अनावरण किया। कार्यक्रम में सांसद विद्युत वरण महतो और अन्य...

Newswrap हिन्दुस्तान, घाटशिलाThu, 15 May 2025 02:52 PM
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चाकुलिया: शहीद चानकु महतो की जीवनी से प्रेरणा ले युवा पीढ़ी: राज्यपाल

चाकुलिया: चाकुलिया के भालुकबिंदा के पास स्मारक स्थल पर स्वतंत्रता आंदोलन एवं हूल विद्रोह के नायक वीर शहीद चानकु महतो का 169 वें शहादत दिवस के अवसर पर गुरुवार को महामहीम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने शहीद स्वतंत्रता सेनानी चानकु महतो की मूर्ति का अनावरण किया। अनावरण से पूर्व महामहिम राज्यपाल को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। मूर्ति अनावरण के मौके पर मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल के साथ विशिष्ट अतिथि जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, ओडिशा की राज्यसभा सदस्य ममता महंता, अमित महतो और शीतल अहलदार भी उपस्थित थे। मूर्ति अनावरण समारोह में महामहिम राज्यपाल को सांसद विद्युत वरण महतो ने गुलदस्ता देकर और समिति के संरक्षक हरिशंकर महतो ने पारंपरिक अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।

मंच को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि शहीद चानकु महतो की मूर्ति का अनावरण के पावन अवसर पर उपस्थित होकर उन्हें काफी खुशी हुई है। भारत देश की भूमि वीरों और बलिदानियों की रही है। उन्होंने कहा कि शहीद चानकु महतो ना केवल एक क्रांतिकारी थे, बल्कि अपने समाज के प्रति समर्पित एक सच्चे जननायक थे। उनका जीवन साहस, नेतृत्व और आत्मबलिदान का एक प्रमुख उदाहरण था। आपन माटी, आपन दाना, पेट काटी, नाई देबो खजाना, क्रांतिकारी नारे ने ना केवल ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दी बल्कि जनमानस में भी चेतना को भर दिया। शहीद चानकु महतो को 15 मई 1856 में गोड्डा की राजकचहरी क्षेत्र स्थित कझिया नदी के किनारे फांसी दी गई थी। यह केवल एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं बल्कि संघर्ष का बलिदान था। हमें संकल्प लेना चाहिए कि अपने जीवन में ऐसे कार्य करें, जिनसे राज्य और समाज को लाभ हो। उन्होंने कहा कि चानकु महतो की मूर्ति आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र प्रेम की प्रेरणा देगी। राज्यपाल ने कहा कि विगत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को आक्रोश से भर दिया। हमले में निर्दोष मासूमों को धर्म पूछ कर उनके परिवार के सामने बेरहमी से मार डाला गया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर उनकी ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। उन्होंने कहा कि अपनी पराक्रमी सैनिकों को इसके लिए सलाम करता हूं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि इस आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकियों और साजिशकर्ताओं को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी। जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखंड वीरों की भूमि है। चूहाड़ विद्रोह के नायक रघुनाथ महतो से लेकर भागलपुर में बाबा तिलका माझी, सिद्धो- कान्हो, भगवान बिरसा मुंडा समेत अनेक सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था और अंग्रेजों को भारत छोड़ो का नारा दिया था। उन्होंने कहा कि शहीद चानकु महतो के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। इस मौके पर उपायुक्त अनन्य मित्तल, वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, एडीएम अनिकेत सचान, ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग, घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी सुनील चंद्र, अंचल अधिकारी नवीन पुरती, बीडीओ आरती मुंडा, नगर पंचायत के प्रशासक चंदन कुमार, जिला परिषद सदस्य धरित्री महतो, अमित महतो, रायदे हांसदा, मुखिया मोहन सोरेन, कुड़मी संस्कृति विकास समिति के केंद्रीय अध्यक्ष सपन कुमार महतो, कोकिल चंद्र महतो, मनोरंजन महतो, चंदन महतो, जगन्नाथ महतो,गिरीश चंद्र महतो, दिलीप कुमार महतो समेत सैकड़ों पुरुष और महिलाएं उपस्थित थे।

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