विभावि पीजी भूगोल विभाग में चांसलर्स लेक्चर के तहत व्याख्यान आयोजित
हजारीबाग में विभावि के पीजी भूगोल विभाग में चांसलर्स लेक्चर के तहत झारखंड का भू-विज्ञान और भूआकृति विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। कुलपति प्रो. चंद्रभूषण शर्मा ने झारखंड के कोल्हान क्षेत्र की...

हजारीबाग, शिक्षा प्रतिनिधि। विभावि के पीजी भूगोल विभाग में चांसलर्स लेक्चर के तहत पांचवा व्याख्यान झारखंड का भू-विज्ञान एवं भूआकृति विषय पर आयोजित किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर चंद्रभूषण शर्मा ने उक्त विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि झारखण्ड के कोल्हान क्षेत्र विश्व का प्राचीनतम भूखण्ड का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही कुलपति ने विवि की वर्तमान विधि व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दृढ़ संकल्पना जाहिर की। साथ हीं उन्होंने भूगोल के उपस्थित छात्रों को पुस्तकालय जाने तथा हॉस्टल में नमांकन कराने के लिए प्रेरित किया । विनोबा भावे विश्वविद्यालय को पूरे झारखंड में उत्कृष्ट विश्वविद्यालय बनाने के लिए भी दृढ़ संकल्पित होकर काम करने पर बल दिया ।
बतौर मुख्य वक्ता रांची विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जितेंद्र शुक्ला ने झारखंड के विशेष संदर्भ में जियोलॉजी और ज्योमोरफोलॉजी पर चर्चा किया। उन्होंने चट्टानों के निर्माण की प्रक्रिया को अलग-अलग भू वैज्ञानिक कालखंडों के अनुसार विस्तार से बताया। भू वैज्ञानिक कालखंडों में निर्मित इन चट्टानों पर दीर्घ अवधि तक बाह्य बलों के प्रभाव पड़ने से बनने वाले विभिन्न स्थलाकृतियों यथा टॉर्स बड़े शिलाखण्ड जो एक दूसरे पर रखे प्रतीत होते हैं, गुम्बदाकार पहाड़ियाँ, झरना , घाटियों को पीपीटी के माध्यम से बताया। प्रकृति में मानव के मशीनी छेड़छाड़ से भूआकृतियों के बदलाव पर चर्चा किया । इससे पूर्व भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ सरोज कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय प्रवेश कराया। मौके पर पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ कमला प्रसाद, डॉ ओमप्रकाश महतो तथा डाॅ पीके सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम में शोधार्थियों के साथ-साथ सेमेस्टर 4 एवं 2 के विद्यार्थी उपस्थित थे। संचालन शोधार्थी परीक्षित कुमार एवं कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन सौरभ कुमार ने किया।
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