बोले हजारीबाग: सड़क की मरम्मत कराएं, पैदल चलना भी मुश्किल
हजारीबाग के कूद बस्ती के लोग वर्षों से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। रेलवे अंडरपास पुल में हमेशा गंदा पानी भरा रहता है, जबकि मुख्य सड़क जर्जर अवस्था में है। स्थानीय लोगों ने नगर निगम और...

हजारीबाग। रेलवे स्टेशन के पास कूद बस्ती है। यहां बड़ी संख्या में लोग रहते हैं। यहां के लोग रोज़ाना रेलवे अंडरपास पुल से होकर आते-जाते हैं। यह पुल हमेशा नाली के गंदे पानी से भरा रहता है, जिससे होकर लगभग 5000 लोगों को रोज़ गुजरना पड़ता है। यह समस्या कोई नई नहीं है। यह तब से बनी हुई है जब से यह पुल बना है। जब बोले हजारीबाग की टीम यहां पहुंची तो स्थानीय लोगों ने हिन्दुस्तान के साथ खुलकर अपनी बातें रखीं। सभी ने कहा कि नगर निगम और नेताओं की ओर से इस दिशा में आजतक कोई पहल नहीं की गई है। हजारीबाग। हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कूद बस्ती के लोग वर्षों से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। इस बस्ती को नेशनल हाईवे से जोड़ने वाला जो मुख्य मार्ग है, वह पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जो बरसात के मौसम में पानी से भर जाते हैं। नतीजतन, पूरा रास्ता कीचड़ में तब्दील हो जाता है और लोगों का पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। वाहन चालकों को भी इस रास्ते से गुजरना किसी जोखिम से कम नहीं लगता।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रास्ते की मरम्मत को लेकर न तो किसी जनप्रतिनिधि ने अब तक ध्यान दिया है और न ही नगर निगम की ओर से कोई पहल की गई है। बस्ती के लोगों की यह पीड़ा लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन इसके समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बस्ती से रेलवे स्टेशन तक जो रास्ता जाता है, वह अत्यंत संकरा है। यदि उसमें एक भी वाहन खड़ा हो जाए, तो पूरी सड़क जाम हो जाती है। इससे आए दिन वहां ट्रैफिक की समस्या उत्पन्न होती है और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों की मांग है कि इस मार्ग का शीघ्र अति शीघ्र चौड़ीकरण कराया जाए, ताकि आवागमन सुचारु रूप से हो सके और दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इसके अतिरिक्त, इस बस्ती के लोग स्टेशन जाने के लिए जिस रेलवे अंडरग्राउंड पुल से होकर गुजरते हैं, उसकी हालत भी काफी दयनीय है। इस पुल में हमेशा नाली का गंदा पानी जमा रहता है। पानी के साथ-साथ कचरे की भी भरमार रहती है, जिससे बदबू और गंदगी का माहौल बना रहता है। इसके कारण वहां से गुजरना किसी सजा से कम नहीं होता।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस पुल के ऊपर से सीमेंट का हाउस पाइप गुजरता था, जो अब टूट चुका है। इसी कारण सारी गंदगी और नाली का पानी अंडरग्राउंड पुल में बह रहा है। इस वजह से मच्छरों और मक्खियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो गई है, जिससे टायफाइड, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा लगातार बना रहता है। पुल की सफाई और क्षतिग्रस्त पाइप की मरम्मत अत्यंत आवश्यक है।
यदि शीघ्र इसे ठीक नहीं किया गया, तो इससे जन स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, नेशनल हाईवे से जब कोई इस बस्ती की ओर आता है, तो मुख्य सड़क के एक हिस्से पर बिजली का तार नीचे लटकता दिखाई देता है। यह तार इतना नीचे आ गया है कि कभी भी किसी राहगीर या वाहन चालक के संपर्क में आकर जानलेवा हादसे को अंजाम दे सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस बारे में कई बार बिजली विभाग से शिकायत की है, लेकिन विभाग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
यह विभागीय लापरवाही है, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इस तरह की उदासीनता से किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि जल्द से जल्द इन समस्याओं की ओर ध्यान दिया जाए। सड़क की मरम्मत, रास्ते का चौड़ीकरण, अंडरग्राउंड पुल की सफाई और मरम्मत, साथ ही लटकते बिजली के तार को सुरक्षित ढंग से ठीक करने जैसे जरूरी कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। यदि समय रहते इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो न केवल लोगों का जनजीवन प्रभावित होगा बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है। यह क्षेत्र विकास से कोसों दूर प्रतीत होता है, और यहां के लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोई जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनेगा और कार्रवाई करेगा। लोगों ने कहा कि गंदे पानी के साथ-साथ जमा कचरे के कारण यहां हमेशा दुर्गंध बनी रहती है, जिससे स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
मुख्य सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे, लगा रहता है जाम
रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कूद बस्ती में जाने के लिए नेशनल हाईवे से जुड़ी मुख्य सड़क की हालत अत्यंत खराब है। इस सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिससे लोगों को बस्ती तक पहुंचने में भारी परेशानी होती है। विशेषकर वर्षा में यह मार्ग पूरी तरह कीचड़ से भर जाता है और सभी गड्ढे कीचड़ से लबालब हो जाते हैं। उस समय इस रास्ते से पैदल चलना लगभग असंभव हो जाता है। यदि कोई बाइक से जाने का प्रयास करता है, तो वाहन कीचड़ में धँस जाता है और गिरने की संभावना बनी रहती है। इस सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र कराया जाना चाहिए—यह सभी ग्रामीणों की मांग है।
शिकायत के बाद सिर्फ मिलता है आश्वासन
रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कूद बस्ती तक जाने वाली मुख्य सड़क पर बिजली का तार जमीन तक लटक रहा है। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यह तार कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है। इसके अलावा यहां के ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है। बस्ती के अंदर की सड़कें भी बहुत संकरी हैं। यदि किसी वाहन को अंदर ले जाया जाए, तो दूसरी दिशा से लोगों का आना-जाना रुक जाता है क्योंकि सड़क पूरी तरह जाम हो जाती है। साथ ही साथ
बस्ती के लोग प्रतिदिन इन समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन समाधान का नामोनिशान नहीं है।
दुर्घटना की बनी रहती है आशंका
रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कूद बस्ती के ग्रामीणों ने बताया कि रेलवे गेट के उत्तर दिशा में एक कार्य प्रारंभ होने से सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। कूद नदी से रेलवे स्टेशन तक लगभग 400 फीट की दूरी है, जिसका चौड़ीकरण कराना अत्यंत आवश्यक है। इस संकरी सड़क पर यदि एक वाहन भी गुजरता है तो घंटों जाम लग जाता है। ऐसी स्थिति में दोनों दिशाओं से वाहनों की निकासी के लिए शीघ्र पहल जरूरी है। सड़क जाम के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इस मार्ग से स्कूल, कॉलेज और कार्यालय जाने वाले लोगों को प्रायः देर हो जाती है। जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है।
पुल के नीचे बहता है नाली का गंदा पानी
रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कूद बस्ती के लोग रेलवे अंडरग्राउंड पुल से होकर गुजरते हैं। इस अंडरग्राउंड पुल में 24 घंटे नाली का गंदा पानी बहता रहता है। बस्ती के लोगों को इसी गंदे पानी में चलकर आने-जाने को विवश होना पड़ता है। पुल के बाहर भी गंदगी जमा रहती है। गंदगी और गंदे पानी के कारण मच्छरों और मक्खियों की समस्या बनी रहती है, जिससे क्षेत्र के लोग मलेरिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों से परेशान हैं। यह समस्या नई नहीं है जब से यह अंडरग्राउंड पुल बना है, तब से यह परेशानी बनी हुई है।
लोगों को ओवरब्रिज पर करने में परेशानी हो रही है। मामला संज्ञान में आया है। इसकी मरम्मत के लिए उचित व्यवस्था जल्द करवाने की कोशिश करूंगा। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। साथ ही मेरा प्रयास है कि मेरे क्षेत्र के लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़े।
-प्रदीप प्रसाद, सदर विधायक, हजारीबाग
रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कूद बस्ती जाने का जो मुख्य सड़क है वह बहुत ही दयनीय स्थिति में है। यह सड़क नेशनल हाईवे से बस्ती तक जाता है जिस पिच रोड बनना चाहिए। रेलवे अंडरग्राउंड पुल में सालों भर गंदा पानी जमा रहता है। नगर निगम से अंडरग्राउंड पुल को मरम्मत करने की मांग की है।
-दिलीप कुमार, वार्ड पार्षद
रेलवे के बने अंडरग्राउंड में गंदे नाली का पानी और कचरे की वजह से दुर्गंध की समस्या बनी रहती है। लोग नाक दबाकर चलने को मजबूर हैं। इससें यहां मच्छर और मक्खी का प्रकोप बढ़ा है। -महेश साव
अंडरग्राउंड पुल में नाली का गंदा पानी जमा रहता है। यहां के लोग पूजा भी करने जाते हैं तो इसी पानी से होकर गुजरने पड़ता है। कभी-कभी लोग इसमें गिरकर घायल जो जाते हैं। -सोमर साव
गंदा पानी और कचरे की वजह से इस इलाके में मच्छर और मक्खी का प्रकोप बढ़ा हुआ है। इससे यहां के लोगों में बीमारी होने का खतरा बना रहता है। इससे लोगों को परेशानी होती है। -संतोष साव
अंडरग्राउंड पुल से पहले बने सीमेंट के एक नल टूटा हुआ है। इसे मरम्मत करने की जरूरत है। तब अंडरग्राउंड पुल में पानी नहीं जमेगा। साथ ही रोजाना लोगों को परेशानी होती है। -कारू गोप
रेलवे स्टेशन स्थित कूद बस्ती में आने का मुख्य सड़क में गड्ढा है और कीचड़ जमा रहता है। इससे यहां आए दुर्घटना होती रहती है। इससे आने-जाने में लोगों को परेशानी होती है। -झाकु साव
कूद बस्ती में आने के लिए मुख्य सड़क पर जमीन तक लटकता हुआ बिजली का तार है। इससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है। सुविधा के लिए से जल्द-जल्द ठीक करने की जरूरत है। -गणेश साव
खुद नदी से रेलवे स्टेशन आने वाले रास्ते का चौड़ीकरण करना अति आवश्यक है। इससे रोजाना यहां पर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे लोगों को परेशानी होती है। -आशीष कुमार
हजाबाग टॉउन रेलवे स्टेशन के समीप कूद बस्ती तक आने के मुख्य सड़क पर बड़ी-बड़ी ट्रक भी चलती है जिस कारण धूल और मिट्टी भी उड़ने की समस्या है। इस पर रोक जरूरी है। -नरेश राम
कूद बस्ती तक आने के मुख्य सड़क को पिच रोड या पीसीसी करना अति आवश्यक है। इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो गड्ढों के बीच इस बस्ती में आने-जाने में परेशानी का सबक है। -उमेश कुमार शर्मा
हजारीबाग टॉउन रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे गेट के आगे उत्तर में एक गाड़ी लगने से सड़क जाम हो जाता है। साथ ही दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है। इसे ठीक करने की आवश्यकता है। -आकाश कुमार
अंडरग्राउंड पुल में मच्छर और मक्खी की वजह से इस बस्ती के लोग हमेशा टाइफाइड मलेरिया जैसी मेरी से ग्रसित रहते हैं। इसमें सुध्सा जरूरी है। सुधार नहीं होने से हालात बिगड़ेंगे। -बादल कुमार
इस इलाके में पल पर लाइट नहीं लगाया गया है। शाम होते हैं या बस्ती अंधेरे में डूब जाता है। समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम को यहां पर खास पहल करने की जरूरत है। -मुकेश कुमार
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।