Neelotpal Mrinal Rising Star of Hindi Literature Inspires Youth with Poetry उस दौर का जादू क्या जाने ये रील बनाने वाले लड़के: नीलोत्पल, Hazaribagh Hindi News - Hindustan
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उस दौर का जादू क्या जाने ये रील बनाने वाले लड़के: नीलोत्पल

हजारीबाग में नीलोत्पल मृणाल ने अपनी कविताओं से युवाओं को प्रेरित किया। उनकी बहुआयामी पहचान में लेखक, कवि, लोकगायक और मोटिवेशनल स्पीकर शामिल हैं। मृणाल का उपन्यास 'डार्क हॉर्स' ने युवा वर्ग में एक...

Newswrap हिन्दुस्तान, हजारीबागMon, 2 June 2025 02:04 AM
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उस दौर का जादू क्या जाने ये रील बनाने वाले लड़के: नीलोत्पल

हजारीबाग। हिंदी साहित्य जगत में एक चमकते हुए सितारे के रूप में उभरे नीलोत्पल मृणाल ने अपनी कविताओं से लोगों को घंटों बांधे रखा। उनके आते ही युवाओं ने जोशों खरोश से से उनका स्वागत किया। लेखक, कवि, लोकगायक, टेडएक्स वक्ता, पॉडकास्टर और मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में उनकी बहुआयामी पहचान है। इस कारण युवाओं में उनका खास क्रेज है। उन्होंने प्रिंट मीडिया की शान में कहा कि हमसे क्या जागिर छीनोगे हम तुम्हारे मनसबदार नहीं। लोगों की डिमांड पर उन्होंने ये रील बनाने वाले लड़के सुनाकर खूब वाहवाही बटोरी। अपनी काव्य प्रस्तुति के दौरान नीलोत्पल मृणाल ने युवाओं में खूब जोश भरा।

कहा कि इस क्षेत्र के युवा कभी भी अपने को हीन नहीं समझे। कहा कि मैं पब्लिक सेवा की तैयारी के दौरान दिल्ली में रहा। मध्यप्रदेश पीसीएस की परीक्षा देते हुए जब एक प्रश्न आ गया कि डार्क हाउस के लेखक कौन हैं। उन्हें हैरत हुई। विदित हो कि डार्क हॉर्स नीलोत्पल मृणाल ने ही लिखा है। उसके बाद से उन्होंने पीसीसी की तैयारी छोड़ दी। विदित हो कि मृणाल ने न अपने डार्क हॉर्स से न सिर्फ साहित्य जगत को चौंकाया, बल्कि युवाओं के बीच एक आंदोलन सा खड़ा कर दिया। यह कृति युवा वर्ग की जमीनी हकीकत और संघर्ष की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत करती है। इस उपन्यास को 2016 में साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो देश के युवा लेखकों को दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। इसके बाद उनके दो अन्य चर्चित उपन्यास अयोध्या और यार जादूगर भी पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय रहे। डार्क हॉर्स की दस लाख से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं, जबकि अयोध्या की पांच लाख और यार जादूगर की एक लाख से अधिक प्रतियां पाठकों तक पहुंच चुकी हैं। ये आंकड़े उनके लेखकीय क्षमता को दर्शाते हैं। इस कारण ही यहां पर उनकी काव्य प्रस्तुति सुनने के लिए लोग जुटे रहे। उन्होंने अपने मंचीय प्रस्तुति दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विदित हो कि नीलोत्पल मृणाल की सबसे बड़ी ताकत है - उनकी सच्ची, सहज और जमीन से जुड़ी भाषा है। वे अपने शब्दों से न केवल सामाजिक विडंबनाओं को उजागर करते हैं, बल्कि युवाओं को जागरूक और प्रेरित भी करते हैं। यही कारण है उन्हें 2016 में युवा साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिला। ---

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