गुस्सैल सिपाहियों की वाहन चेकिंग में नहीं लगेगी ड्यूटी, पुलिस ने क्यों लिया ये फैसला?
अभद्र व्यवहार के बढ़ते मामले को लेकर जमशेदपुर पुलिस ने बड़ा फैसला किया है। अब गुस्सैल पुलिसवालों की ड्यूटी वाहन चेकिंग में नहीं लगेगी। पुलिस के लिए मेडिटेशन और योगा कराने पर भी विचार किया जाएगा।

जमशेदपुर पुलिस अपनी छवि को सुधारने की कवायद में जुट गई है। इसके तहत पहला फोकस ट्रैफिक जांच में लगे पुलिसकर्मियों का आम लोगों के प्रति व्यवहार सुधारने पर है। अब गुस्सैल सिपाहियों की यहां ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। ऐसे सिपाहियों को दूसरे जगह पदस्थापित किया जाएगा जिनके बारे में लंबे समय से शिकायत मिल रही है।
बैठक में लिया फैसला
यातायात व्यवस्था को अधिक संवेदनशील और जनता के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए अब आला अधिकारी सामने आये हैं। हेलमेट चेकिंग के दौरान अभद्र व्यवहार, झड़प और आम लोगों से धक्का-मुक्की की बढ़ती घटनाओं की पुलिस की छवि को प्रभावित किया है। यही कारण है कि सोमवार को सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने यातायात थाना प्रभारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में तय किया गया कि जिन जवानों के व्यवहार को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं, उन्हें जल्द ही ट्रैफिक ड्यूटी से हटाकर किसी अन्य शाखा में स्थानांतरित किया जाएगा।
सिपाहियों को दी जाएगी खास ट्रेनिंग
वहीं, नई तैनाती के लिए जवानों की मानसिक स्थिति, संयम और जनता से संवाद कौशल को प्राथमिकता दी जाएगी। पुलिस अब इस बात पर जोर दे रही है कि सड़क पर यातायात व्यवस्था देखने वाले जवान अनुशासित, शांत स्वभाव के और मानसिक रूप से संतुलित हों। पुलिस ने जवानों के लिए विशेष मानसिक स्वास्थ्य शिविर, योगा और मेडिटेशन सेशन आयोजित करने की योजना बनाई है, ताकि वे तनावमुक्त रह सकें और ड्यूटी के दौरान संयम बनाए रखें। गौरतलब है कि रविवार को टाटा स्टील के कर्मचारी की बाइक की चाबी छीनने का प्रयास और हेमलमेट उतरवाने का वीडियो वायरल हुआ था। इस पर राजनेताओं से लेकर आम लोगों ने पुलिस की व्यवस्था पर सवाल उठाये थे। सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने बताया कि कुछ दिनों से पुलिस के आम जनता से अभद्र व्यवहार के मामले सामने आ रहे थे। इसी को लेकर सोमवार को बैठक हुई। बैठक में कई निर्णय लिए गए। इसके लिए नए तरीके से कार्यशैली में बदलाव किया जाएगा, ताकि जनता को परेशानी भी न हो और पुलिसकर्मी अपना काम बेहतर तरीके से कर सकें। वहीं, बैठक के बाद यातायात थाना प्रभारियों ने भी अपने-अपने थानों में जवानों के साथ बैठक कर उन्हें कई निर्देश दिए।