झारखंड पुलिस का बड़ा ऐलान, जब्त की जाएगी फरार माओवादियों की संपत्ति
झारखंड पुलिस ने बड़ा ऐलान किया है। प्रदेश में फरार चल रहे माओवादियों की संपत्ति अब जब्त की जाएगी। इसके लिए झारखंड के आईजी माइकल राज ने आदेश जारी कर दिया है।

झारखंड पुलिस ने फरार माओवादियों के लिए बड़ा ऐलान किया है। झारखंड पुलिस के आईजी अभियान डॉ माइकल राज एस ने मंगलवार को नक्सल उन्मूलन अभियान की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने गुमला, लोहरदगा, लातेहार, पलामू, गढ़वा, चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, बोकारो, सरायकेला और खूंटी जिला के नक्सली परिदृश्य के संबंध में व्यापक रूप से चर्चा की। राज ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया कि फरार माओवादियों की अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को चिह्नित कर उसकी जब्ती की कार्रवाई करें। साथ ही जिले में पूर्व में घटित ऐसे सभी मामलों की समीक्षा करने का निर्देश उन्होंने दिया, जो वामपंथी उग्रवाद से संबंधित हैं। रंगदारी, लेवी आदि मामलों पर निश्चित रूप से एफआईआर कर वांछित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
आईजी अभियान ने निर्देश दिया कि सरकार द्वारा चलायी जा रही पुनर्वास योजना के अंतर्गत नक्सलियों के आत्मसमर्पण पश्चात उनके संबंध में यह समीक्षा की जाए कि पुनर्वास योजना के अंतर्गत दिये जाने वाले संपूर्ण लाभ आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिल रही है या नहीं। अगर आत्मसमर्पित नक्सली किसी लाभ से वंचित हैं तो उक्त संदर्भ में कार्रवाई का निर्देश दिया गया। फरार उग्रवादियों पर इनाम की राशि घोषित करने का प्रस्ताव भेजने का निर्देश भी आईजी अभियान ने दिया। आईजी ने कहा कि सभी एसपी अधीनस्थ थाना के पदाधिकारियों को यह निर्देश देंगे कि जेल से बाहर जमानत पर छूटे उग्रवादी एवं उनके सहयोगियों की नियमित रूप से निगरानी एवं जमानतदारों का सत्यापन करना सुनिश्चित किया जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आईजी पलामू, डीआईजी पलामू, एसपी गुमला, लोहरदगा, लातेहार, पलामू, गढ़वा, चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, बोकारो, सरायकेला एवं खूंटी उपस्थित थे।
पुलिस पिकेट का नियमित रूप से सेक्यूरिटी ऑडिट हो
आईजी डॉ माइकल राज एस ने सुदुरवर्ती एवं जंगलों में स्थापित पुलिस पिकेट का नियमित रूप से सेक्यूरिटी ऑडिट करने का निर्देश भी जिलों के एसपी को दिया। नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान और सरेंडर पॉलिसी को और प्रभावी बनाने के लिए व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोंगों को मुख्य धारा में जोड़ने के साकारात्मक प्रयास करने का निर्देश भी आईजी ने दिया। बैठक में एसपी अभियान अमित रेणु, एसआईबी एसपी नाथू सिंह मीणा भौतिक रूप से उपस्थत थे।