गर्भवती माताओं का सीधा असर होने वाले बच्चे पर पड़ता है: डीडीसी
लोहरदगा में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सहिया सीएचओ सम्मेलन-सह-आदर्श दंपत्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह ने स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और परिवार नियोजन के...

लोहरदगा, संवाददाता। जिला स्वास्थ्य समिति, लोहरदगा की ओर से जिला स्तरीय सहिया सीएचओ सम्मेलन-सह-आदर्श दंपत्ति सम्मान समारोह का आयोजन बुधवार को नया नगर भवन, लोहरदगा में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने की। उप विकास आयुक्त ने कहा कि गर्भवती माताओं का सीधा असर होने वाले बच्चे पर पड़ता है। परिवार नियोजन की विधियों को नहीं अपनाने से प्रसूता को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पहले स्वास्थ्य सुविधाएं कम थीं। इसलिए कई दंपत्ति ज्यादा बच्चे पैदा करते थे। जिनमें मृत्यु दर अधिक होती थी। आज हम जनप्रतिनिधियों के माध्यम से पंचायतों में ग्रामीणों के बीच जाकर लोगों को जागरूक कर सकते हैं।
समस्याओं को दूर कर सकते हैं। लोहरदगा जिला काफी छोटा जिला है। यहां जो उपलब्धियां जिला की स्वास्थ्य टीम हासिल करेगी, वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आएगी। आप सभी दूसरों के लिए प्रेरणा बनेंगे। जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य विभाग, प्रशासनिक अधिकारी अगर सभी मिलकर काम करें, तो यह जिला कुपोषण मुक्त और गंभीर बीमारियों से मुक्त जिला बनेगा। आनेवाले समय में जब ऐसा कार्यक्रम आयोजित हो तक टीबी मुक्त, कुपोषण मुक्त पंचायतों की संख्याओं में और वृद्धि होनी चाहिए। समाज और जिला को कुपोषण मुक्त बनाना है।
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