औने-पौने दाम में टमाटर बेचने को मजबूर हैं किसान
लोहरदगा के कैरो प्रखंड के किसान अपने खेतों में उपजाए टमाटर को औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं। साप्ताहिक बाजार में किसानों ने शुरू में 10 रुपये प्रति किलो की दर से टमाटर बेचना शुरू किया, लेकिन...

कैरो, प्रतिनिधि।लोहरदगा कैरो प्रखंड क्षेत्र के किसान खून-पसीना एक कर अपने खेतों में उपजाया हुआ टमाटर को औने-पौने भाव में बेचने को मजबूर हैं। रविवार को कैरो साप्ताहिक बाजार में काफी अधिक मात्रा में किसानों द्वारा टमाटर बेचने के लिए लाया गया था। किसानों ने बताया कि शुरूआत में दस रुपये प्रति किलो टमाटर बेचने के लिए रेट खोला था। पर एक भी टमाटर नहीं बिक रहे थे। बाद में दस रुपये में दो किलो टमाटर बेचने लगे फिर भी टमाटर नहीं बिके। अंत में दस रुपये में तीन किलो के भाव बेचना पड़ा। टमाटर बेच रही 70 वर्षीय वृद्ध महिला मुनिया उरांव ने कहा कि जिस कड़ी मेहनत से टमाटर की खेती की थी और जिस दर से टमाटर बाजार में बिक रहा है।
आधे दिन की मजदूरी भी नहीं निकल पाएगी। इससे खेती में लगाया गया पूंजी भी नहीं निकल पाएगी। टमाटर की खेती करनेवाले किसानों में काफी हताशा और निराशा देखी जा रही है। पहले ओलावृष्टि ने फसल को नुकसान पहुंचाया और अब बाजार भाव ने दोहरी मार झेलने पर मजबूर कर दिया है।
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