Protest Rally for Sarna Code Demand Against BJP Government in Pakur सरना धर्म कोड आदिवासी अस्मिता और सांस्कृति की पहचान: हेमलाल, Pakur Hindi News - Hindustan
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सरना धर्म कोड आदिवासी अस्मिता और सांस्कृति की पहचान: हेमलाल

पाकुड़ में झामुमो ने भाजपा सरकार के खिलाफ जातिगत जनगणना और सरना धर्म कोड की मांग को लेकर रैली और धरना प्रदर्शन किया। विधायक हेमलाल मुर्मू और जिलाध्यक्ष एजाजुल ईस्लाम ने भाजपा पर आदिवासियों के अधिकारों...

Newswrap हिन्दुस्तान, पाकुड़Wed, 28 May 2025 04:47 AM
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सरना धर्म कोड आदिवासी अस्मिता और सांस्कृति की पहचान: हेमलाल

पाकुड़, प्रतिनिधि। केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा बिना सरना कोड/आदिवासी धर्म कोड लागू किये जातिगत जनगणना को लेकर लिये गए निर्णय पर रैली व धरना प्रदर्शन किया गया। जिसका नेतृत्व झामुमो जिलाध्यक्ष एजाजुल ईस्लाम ने किया। शहर के सिदो-कान्हू पार्क से रैली निकाली गयी। रैली में लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए। रैली पार्क से बाजार समिति तक पहुंचा जहां धरना प्रदर्शन में शामिल हो गया। इस दौरान झामुमो कार्यकर्ताओं ने केन्द्र की भाजपा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए सरना कोड/आदिवासी धर्म कोड की मांग की। लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा को आदिवासियों के हितों से कोई सरोकार नहीं है।

बीजेपी सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस मुद्दे को उछाल रही है। सरना धर्म कोड आदिवासी अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान का सवाल है। जिसे लेकर झामुमो शुरू से गंभीर रहा है। भाजपा ने हमेशा आदिवासियों की मांगों को दरकिनार किया और उनके अधिकारों को कुचलने का प्रयास किया है। लेकिन झामुमो इसबार आरपार की लड़ाई लड़ेगी और अपना अधिकार लेकर रहेगी। वहीं उपासना मरांडी ने कहा कि धीरे-धीरे हमारा अस्तित्व खत्म होने लगेगा। जातिगत जनगणना से पहले सरना धर्मकोड लागू होना चाहिए। आदिवासी धर्मकोड के लिए संघर्ष करते रहेंगे। वही जिलाध्यक्ष एजाजुल ईस्लाम ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा की सरकार ने न तो 2014 से पहले और न ही बाद में कभी ईमानदारी से सरना धर्म कोड के समर्थन में कोई पहल की। उल्टे उनकी सरकारों ने वनाधिकार कानून और स्थानीय नीति जैसे महत्वपूर्ण मसलों पर आदिवासियों के खिलाफ कार्य किया है। केंद्र में 10 साल से ज्यादा समय तक सत्ता में रहते हुए भी भाजपा ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। हम आदिवासी धर्म कोड/सरना कोड लेकर रहेंगे अन्यथा राज्य में जातिगत जनगणना नहीं होने देंगे। धरना प्रदर्शन के मौके पर जिला उपाध्यक्ष हाजी समद अली, जिला उपाध्यक्ष हरिवंश चौबे, जिला सचिव माईकिल मुर्मू, पूर्व जिलाध्यक्ष सह केंद्रीय सदस्य श्याम यादव, सुनील टुडू, पीटर मरांडी, बाबुधन मुर्मू, प्रतिमा पांडेय, निशा शबनम हांसदा, पिंकू शेख, मुस्लेउद्दीन शेख, इस्माइल शेख, हबीबुर रहमान, सेलीम शेख के अलावे अन्य मौजूद थे।

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