बोले रांची : हेसाग की लगान रसीद आज भी ऑफलाइन क्यों कट रही
रांची के सिंह मोड़ क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने ऑफलाइन भूमि रसीद की समस्या को लेकर प्रशासन से गुहार लगाई है। यहां की आबादी 50 हजार से अधिक है और उन्हें जाम, कचरा प्रबंधन, और फुटपाथ पर अतिक्रमण जैसी...

रांची। सिंह मोड़ क्षेत्र में हिन्दुस्तान ने बोले रांची कार्यक्रम का आयोजन किया। स्थानीय लोगों ने कहा कि यहां 50 हजार से अधिक की आबादी रहती है, जो कई समस्याओं से जूझ रही है। इनमें से एक बड़ी समस्या यह है कि लगान की रसीद ऑफलाइन कट रही है। जबकि, जिले के अन्य क्षेत्रों में ऑनलाइन कट रही है। कहा कि सिंह मोड़ पर सुबह-शाम में जाम लगा रहता है, जिसका आज तक समाधान नहीं किया गया। कचरा प्रबंधन की कमी है। फुटपाथ पर अतिक्रमण है। लोगों ने इसे पार्किंग स्थल बना दिया है। कई इलाकों की सड़कें जर्जर हैं। शहर के सिंह मोड़ स्थित वार्ड 51 में रहने वाली 50 हजार से अधिक की आबादी इन दिनों एक गंभीर समस्या का सामना कर रही है।
यहां के लोग लंबे समय से अपनी लगान की रसीद को लेकर परेशान हैं। लोगों ने पूछा कि यहां की रसीद अभी भी ऑफलाइन प्रक्रिया से क्यों काटी जा रही है। जबकि, पूरे जिले में अन्य क्षेत्रों की भूमि की रसीद ऑनलाइन कट रही है। हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में सिंह मोड़ के स्थानीय लोगों ने बताया की यह समस्या वर्ष 2011 से चली आ रही है। नामकुम अंचल के हेसाग मौजा की भूमि ऑनलाइन नहीं हो सकी है। इस कारण यहां की रसीद भी ऑनलाइन माध्यम से नहीं कटती है। ऑफलाइन रसीद कटवाने में भी लोगों को लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है, फिर भी 70 प्रतिशत लोगों की भूमि की रसीद नहीं कट रही है। रांची जिले के अन्य क्षेत्रों में भूमि रसीद की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हो गई है, जिससे लोगों को अपने भूमि शुल्क (मालगुजारी) का भुगतान करने के लिए कहीं भी, कभी भी ऑनलाइन माध्यम से सुविधा मिल जाती है। लेकिन, हेसाग मौजा में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिला प्रशासन से गुहार: हेसाग मौजा के निवासियों ने इस समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन से गुहार लगाई है। उनका कहना है कि यदि रांची जिले के अन्य क्षेत्रों में भूमि रसीद ऑनलाइन हो सकती है, तो हेसाग मौजा में क्यों नहीं। स्थानीय लोग चाहते हैं कि उनकी भूमि की रसीद भी ऑनलाइन प्रक्रिया से काटी जाए, जिससे वे अपने मालगुजारी शुल्क का भुगतान कहीं से भी कर सकें। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि लोगों को सरकारी कार्यालयों में बार-बार जाने की आवश्यकता भी नहीं रहेगी। अप्रोच सड़कों की जर्जर स्थिति : वार्ड 51 की अप्रोच सड़कें, जैसे विकास नगर रोड नंबर 1, 2 और हेसाग बस्ती की सड़कें जर्जर हालत में हैं। खराब सड़कों के कारण आवागमन मुश्किल है, खासकर बारिश में। इससे वाहनों को नुकसान और दुर्घटना की आशंका रहती है। स्थानीय निवासियों की शिकायत है कि सड़कों की मरम्मत के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। सड़कों के पुनर्निर्माण, नियमित रखरखाव और बजट आवंटन से स्थिति सुधर सकती है। नाली की सफाई और ड्रेनेज की समस्या: वार्ड 51 में नालियों की सफाई नियमित नहीं होती, जिससे गंदा पानी सड़कों पर बहता है। कई अप्रोच सड़कों में नालियों का निर्माण ही नहीं हुआ है। खराब ड्रेनेज सिस्टम के कारण बारिश में जलजमाव की समस्या आम है, जिससे सड़कें कीचड़ से भर जाती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि समय पर होल्डिंग टैक्स का भुगतान करने के बाद भी निगम की उदासीनता के कारण यह समस्या बनी हुई है। नियमित सफाई, नालियों का निर्माण और ड्रेनेज सिस्टम का सुधार जल्द हो। सिंह मोड़ की कई कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट की स्थिति खराब है। कई क्षेत्रों में लाइटें लगी ही नहीं है। जहां लाइट हैं, वहां अधिकांश खराब पड़ी हैं। रात में असामाजिक तत्वों का खतरा बढ़ जाता है। महिलाएं और बच्चे असुरक्षित महसूस करते हैं। खराब स्ट्रीट लाइट के कारण छोटी-मोटी दुर्घटनाएं भी आम हैं। स्थानीय लोग कई बार प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक मेंटेनेंस नहीं किया गया। सिंह मोड़ चौक पर लगता है जाम पर यहां ट्रैफिक पुलिस नहीं सिंह मोड़ चौक पर ट्रैफिक पुलिस की अनुपस्थिति के कारण यहां अक्सर जाम की समस्या रहती है। इस स्थान पर वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम लगना सामान्य हो गया है। खासकर, शाम में यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है, जिससे यातायात व्यवस्था बाधित होती है और यात्रियों को समय की बर्बादी का सामना करना पड़ता है। यहां ट्रैफिक पुलिस की तैनाती करने की आवश्यकता है। फुटपाथ बन गया पार्किंग और दुकान लगाने का स्थान स्थानीय लोगों ने कहा कि फुटपाथ पर अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन चुकी है। दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों को फुटपाथ तक फैलाना और वाहनों द्वारा फुटपाथ पर पार्किंग करना आम बात हो गई है। इससे पैदल चलने वालों को परेशानी होती है और वे सड़क पर चलने के लिए मजबूर हो जाते हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक है। प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। रसीद के लिए लगाते हैं चक्कर हेसाग मौजा में ऑफलाइन रसीद प्रक्रिया समय की बर्बादी है। प्रशासन ऑनलाइन सुविधा लागू करे, ताकि लोगों को राहत मिले। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और कार्यालयों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सिंह मोड़ चौक पर ट्रैफिक पुलिस की अनुपस्थिति से जाम की समस्या गंभीर है। पीक आवर में यात्रियों को भारी परेशानी होती है। -सविता लिंडा, समाजसेवी सप्ताह में एक बार कचरा उठाव से सड़कों पर गंदगी फैल रही है। नियमित कचरा प्रबंधन और कचरा पात्रों की व्यवस्था जरूरी है। इससे स्वास्थ्य समस्याएं कम होंगी और इलाका स्वच्छ रहेगा। फुटपाथ पर अतिक्रमण से पैदल चलना मुश्किल हो गया है। दुकानदारों और वाहनों ने फुटपाथ पर कब्जा लिया है। प्रशासन सख्ती से अतिक्रमण हटाए। -राधेश्याम गुप्ता समस्याएं 1. हेसाग मौजा में 15 सालों से भूमि की रसीद नहीं कट रही है, जिससे स्थानीय लोग परेशान 2. सिंहमोड़ चौक पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती नहीं रहती है, जिससे जाम की समस्या होती है। 3. कचरे का उठाव सप्ताह में एक दिन हो रहा है, जिससे सड़क पर कचरा पसरा रहता है। 4. बाइकर्स की रैश ड्राइविंग, चैन स्नैचिंग, चोरी की समस्या से आम जनता परेशान। 5. नाली की सफाई नहीं हो रही है, फुटपाथ पर अतिक्रमण, कॉलोनी में स्ट्रीट लाइट की कमी है। सुझाव 1. हेसाग मौजा की भूमि रसीद काटने की व्यवस्था काे ऑनलाइन किया जाए। 2. सिंह मोड़ चौक पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो, जिससे जाम से निजात मिले। 3. कचरे का उठाव नियमित ताैर पर हो, नगर निगम हर घर से कचरे का उठाव करे 4. बाइकर्स की रैश ड्राइविंग पर रोक लगे, चैन स्नैचिंग, चोरी पर भी पुलिस लगाम लगाए। 5. नाली की सफाई हो, फुटपाथ पर से अतिक्रमण हटेे व निगम स्ट्रीट लाइट लगाने का काम करे। ऑनलाइन रसीद की सुविधा से समय और संसाधनों की बचत होगी स्मार्ट मीटर की वजह से बिजली बिल में वृद्धि परेशान कर रही है। विभाग को ज्यादा बिल की स्पष्ट जानकारी उपभोक्ताओं को देनी चाहिए। -बीपी चौधरी ऑफलाइन रसीद प्रक्रिया से बिचौलियों को सह मिल रहा है। प्रशासन हेसाग मौजा की जमीन को ऑनलाइन करे। -नवराज कुमार प्रधान स्मार्ट मीटर के बाद बिजली बिल में अचानक वृद्धि से लोग परेशान हैं। बिजली विभाग को पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करनी चाहिए। -जितेंद्र कुमार मुहल्ले में नालियां नहीं होने से से जलभराव की समस्या गंभीर है। ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण और साफ-सफाई जरूरी है। -सपन चंद्रा सिंह मोड़ में ट्रैफिक जाम रोज की समस्या है। ट्रैफिक पुलिस की तैनाती से शाम में लगने वाले जाम से छुटकारा मिल सकता है। -जगत ज्योति राय नालियों की सफाई और निर्माण का अभाव जलभराव की समस्या पैदा कर रही है। निगम प्रशासन को ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान देना चाहिए। -विष्णु कुमार ऑनलाइन रसीद सुविधा से समय और संसाधनों की बचत होगी। हेसाग मौजा को भी डिजिटल सुविधाओं से जोड़ा जाए। -जितेंद्र कुमार
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