भाषा-साहित्य को बचाने में पत्र-पत्रिकाओं की आवश्यकता : डॉ शशिभूषण
रांची के लोवाडीह में आदिवासी कुड़मी समाज ने 'वर्तमान समय में पत्र-पत्रिकाओं का समाज में योगदान' विषय पर परिचर्चा की। डॉ शशिभूषण महतो ने बताया कि पत्र-पत्रिकाओं का समाज में महत्व है और भाषा-साहित्य को...

रांची, वरीय संवाददाता। लोवाडीह में शुक्रवार को आदिवासी कुड़मी समाज ने 'वर्तमान समय में पत्र-पत्रिकाओं का समाज में योगदान' विषय पर परिचर्चा की। इसकी अध्यक्षता करते हुए डॉ शशिभूषण महतो बोले, आज के समाज में पत्र-पत्रिकाओं का काफी महत्व है। इसलिए भाषा-साहित्य को बचाने के लिए समाज में पत्र-पत्रिकाओं की काफी आवश्यकता है। मारवाड़ी कॉलेज कुड़माली जनजाति विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ वृंदावन महतो बोले, विद्यार्थियों के लिए पत्रिकाओं का प्रकाशन बहुत जरूरी है। मौके पर रतन महतो ने भी विचार रखे। इस बीच कुड़माली पत्रिका का विमोच किया गया। मौके पर डॉ मनोरमा महतो, डॉ राजश्री महतो, ऋषिकेश महतो, कमल महतो, सत्यवती कुमारी, अशोक पुरान, आयुष पुनरिआर, कुमारी प्रभा महतो आदि मौजूद थे।
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