करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर पुलिस की बर्बरता से फूटा गुस्सा, बेरहमी से पीटने वालों के निलंबन की मांग
यूपी के आगरा में ताजगंज के गांव नौफरी से पकड़े गए करणी सेना के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बेरहमी से पीटा। दबिश के दौरान घरों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस की बर्बरता से करणी सेना में आक्रोश है। भाजपा सासंद और विधायक भी पुलिस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं।

यूपी के आगरा में ताजगंज के गांव नौफरी से पकड़े गए करणी सेना के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बेरहमी से पीटा। दबिश के दौरान घरों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस की बर्बरता से करणी सेना में आक्रोश है। भाजपा सासंद और विधायक भी पुलिस कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं। बर्बरता करने वाले पुलिस कर्मियों के निलंबन की मांग उठ रही है। क्षत्रिय करणी सेना युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने फेसबुक लाइव पर आकर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
14 मई को आगरा में महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में आगरा में दस जगह कार्यक्रम थे। ओकेंद्र राणा को फतेहाबाद के गांव सिकरारा में आना था। जब उन्हें पता चला कि पुलिस ने बिना अनुमति कार्यक्रम रुकवा दिया है, तो वह वहां नहीं गए। ताजगंज के गांव नौफरी चले गए। गांव में करणी सेना के सदस्यों ने एक लोहे का बोर्ड लगवाया था। बोर्ड पर लिखा था राजपूतों के गढ़ नौफरी में आपका स्वागत है। बीच में महाराणा प्रताप की तस्वीर बनी थी। नीचे लिखा था वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप। ओकेंद्र राणा को इस बोर्ड का अनावरण करना था।
पुलिस ने पहुंचकर कार्यक्रम रुकवाना चाहा। ओकेंद्र राणा ने बोर्ड पर लगा लाल कपड़ा हटा दिया। वहां से चलने लगे। पुलिस ने उन्हें नहीं पकड़ा। उनके जाने के बाद पुलिस ने करणी सेना के 11 कार्यकर्ताओं को पकड़ा। इनमें दो युवक ओकेंद्र राणा के साथ आए थे। पुलिस ने सभी को शांतिभंग में जेल भेजा था। गुरुवार को सभी को जमानत मिल गई। सोशल मीडिया पर मारपीट का शिकार युवकों के वीडियो वायरल हो रहे हैं। उनके शरीर पर जगह-जगह नील पड़े हुए हैं। एक युवक की अंगुली ही टेढ़ी हो गई है। एक युवक टीशर्ट ऊपर करके अपनी पीठ दिखा रहा था। उसकी पीठ पर पुलिस के डंडे के छपे हुए हैं।
सांसद चाहर, धर्मपाल व रामप्रताप ने की निंदा
सांसद राजकमार चाहर ने ताजगंज के गांव नौफरी में पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। सांसद चाहर ने युवकों की गिरफ्तारी को अनैतिक बताते हुए कहा है कि देश के गौरव महाराणा प्रताप जयंती के कार्यक्रम पर रोक लगाना भी अनुचित है। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कठोर विभागीय कार्रवाई करें। वह पूरे घटनाक्रम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराएंगे। वहीं भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह और भाजपा नेता रामप्रताप सिंह का कहना है पुलिस ने युवाओं को बेरहमी से पीटा है। आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे।
दम था तो मुझे पकड़ती पुलिसः ओकेंद्र राणा
ओकेंद्र राणा ने फेसबुक लाइव पर पुलिस को ललकारा। कहा दम तो उन्हें पकड़ती। पुलिस के सामने उन्होंने बोर्ड का पर्दा हटाया था। पुलिस ने उन्हें तो हाथ तक नहीं लगाया। उनके वहां से निकलने के बाद कार्यकर्ताओं को पकड़कर बेरहमी से एकता चौकी पर पीटा गया। आरोपित पुलिस वाले निलंबित नहीं हुए तो करणी सेना दिखाएगी उनमें कितना दम है। उन्हें आंदोलन के लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं पड़ती।