कृषि मंत्री के सामने अचानक पलट गई नाव, डूबने लगे लोग; खनुआ नदी की सफाई के दौरान बाल-बाल बचे लोग
दो नावों पर सवार होकर दर्जनों लोग नदी से खर पतवार और कूड़ा करकट निकाल रहे थे। अति उत्साह में एक नाव पर कुछ अधिक लोग सवार हो गए। अधिक संख्या में लोगों के सवार होने की वजह से नाव असंतुलित हो गई और देखते ही देखते पानी में पलट गई। घटना के बाद मौके पर भगदड़ मच गई।

यूपी के देवरिया में शनिवार की सुबह उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के सामने अचानक एक नाव पलट गई। उस पर सवार जिन लोगों तैरना आता था वे तो तैरकर नदी से बाहर निकल गए लेकिन करीब आधा दर्जन लोग ऐसे थे जिन्हें तैरना नहीं आता था। ऐसे लोगों को बचाने के लिए कई स्थानीय लोग और मछुआरे नदी में कूद गए। उनकी तत्परता से किसी को कोई नुकसान नहीं होने पाया। सभी लोग आनन-फानन में सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिए गए। इस घटनाक्रम के दौरान कृषि मंत्री भी घाट पर मौजूद थे। बता दें कि शनिवार की सुबह कृषि मंत्री के आह्रवान पर लोगों ने देवरिया के बघौचघाट थाना क्षेत्र में खनुआ नदी की सफाई का अभियान शुरू किया।
कृषि मंत्री ने देवरिया और कुशीनगर जिले से होकर गुजरने वाली छोटी गंडक और खनुआ नदी की सफाई का अभियान पिछले साल शुरू किया था। पिछले साल छोटी गंडक की सफाई जनसहयोग से की गई थी। इस बार उन्होंने नदी के किनारे पड़ने वाले गांवों के लोगों से खनुआ नदी की सफाई करने का आह्वान किया था। कृषि मंत्री के इस आह्रवान का व्यापक असर देखा गया।
उन्होंने शनिवार से अभियान शुरू करने की घोषणा की थी। शनिवार की सुबह करीब सात बजे से कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में बघौचघाट कस्बे में खनुआ नदी की साफ-सफाई की जा रही थी।
खनुआ नदी की सफाई के अभियान में उत्तर प्रदेश के साथ ही बड़ी संख्या में बिहार के लोग भी हिस्सा ले रहे थे। दो नावों पर सवार होकर दर्जनों लोग नदी से खर पतवार और कूड़ा करकट निकाल रहे थे। इसी दौरान अति उत्साह में एक नाव पर कुछ अधिक लोग सवार हो गए। अधिक संख्या में लोगों के सवार होने की वजह से नाव असंतुलित हो गई और देखते ही देखते पानी में पलट गई। घटना के बाद मौके पर भगदड़ मच गई।
जो लोग तैरना जानते थे, वे किसी तरह से नदी के बाहर निकल गए, लेकिन आधा दर्जन लोग पानी में डूबने लगे। तब मछुआरों और अन्य स्थानीय लोग नदी में कूदे और लोगों को बाहर निकाला। सभी लोगों के सुरक्षित नदी से बाहर निकलने के बाद सबने राहत की सांस ली।