भक्तिभाव से मना अक्षय तृतीया पर्व
सिमडेगा के टुकुपानी में अक्षय तृतीया पर्व भक्तिभाव से मनाया गया। कथावाचक डॉ पद्मराज स्वामी जी ने प्रार्थना कराई और बच्चों ने विभिन्न प्रार्थनाओं का उच्चारण किया। उन्होंने बताया कि यह पर्व भारतीय...

सिमडेगा, प्रतिनिधि। टुकुपानी के ज्योतिष गुरुकुल सभागार में अक्षय तृतीया पर्व भक्तिभाव से मनाया गया। मौके पर कथावाचक डॉ पद्मराज स्वामी जी महाराज की अगुवाई में अक्षय तृतीया से सम्बन्धित प्रार्थना कराई। साथ ही नवकार मंत्र, गायत्री मंत्र, प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव जी के मंत्र तथा स्त्रोतों का पारायण करवाया। गुरुमां तथा सारिका जैन की अगुआई में सभी बच्चों ने विभिन्न प्रार्थनाओं का उच्चारण किया। कथावाचक ने कहा कि अक्षय तृतीया भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह सदाकालीन सिद्ध मुहूर्त का है। उसे आखा तीज भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है।
यह तिथि कभी भी क्षय नहीं होती है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है। मौके पर भगवान ऋषभदेव की पूजा आराधना करके आरती की गई।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।