बिजली कट के कारण छोटे उद्योग-धंधे कारोबारियों को हो रहा है नुकसान
सिमडेगा जिले में 25 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन बिजली कटौती की समस्या गंभीर है। उमस और गर्मी के बीच, शहर में 15-20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 10-12 घंटे ही बिजली मिल रही है। इससे छोटे...

सिमडेगा, प्रतिनिधि। जिले को 25 मेगावाट बिजली की जरुरत है। जरुरत के हिसाब से जिले को 25 मेगावाट बिजली भी मिल रही है। इसके बादवजूद बिजली कट की समस्या थमने का नाम नहीं ले रहा है। उमस और भीषण गर्मी के बीच इन दिनों बिजली कट की समस्या गंभीर है। बिजली कट के कारण लोग बेहाल हैं। साथ ही लोगों की नींद चैन हराम हो रही है। शहर में चौबीस घंटे में महज 15 से 20 घंटे ही बिजली की आपूर्ति हो पा रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र में तो 10 से 12 घंटे ही बिजली आपूर्ति हो रही है। बिजली की आवाजाही का खमियाजा बिजली पर आधारित छोटे उद्योग-धंधे पर भी पड़ रहा है।
लोगों ने बताया कि बिजली की अवाजाही के कारण काम ठीक से नहीं हो पा रहा है। वहीं जनरेटर का सहारा लेने के कारण मुनाफा कम नुकसान ज्यादा हो रहा है। क्या कहते हैं विभाग के अधिकारी विभाग के ईई मनीष चन्द्र पूर्ति ने कहा कि आंधी तूफान के कारण भी कई बार बिजली व्यवस्था गड़बड़ा जाती है। वहीं टेक्निक्लन प्रॉब्लम भी काफी अधिक होती है। गर्मी में लोड बढ़ने से जगह-जगह तार फॉल्ट होने की समस्या उत्पन्न हो रही है। इन सभी समस्याओं को दुरुस्त करने के लिए पावर सप्लाई बंद करना जरुरी होता है।
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