होटवार जेल में ED अफसरों के खिलाफ साजिश, प्रेम प्रकाश का प्रशासन से कनेक्शन; जेल अधीक्षक समेत 3 को समन
ईडी ने जेल अधीक्षक को 9 नवंबर, जेलर को 8 नवंबर व जेल क्लर्क को 7 नवंबर को एजेंसी के रांची जोनल आफिस में दिन के 10.30 बजे तक बुलाया है। प्रेम प्रकाश समेत अन्य के साथ मिलीभगत का आरोप जेल प्रशासन पर है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में मनी लाउंड्रिंग के आरोपी प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल समेत अन्य आरोपियों की जेल में गतिवधियों को लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को ईडी ने रांची जमीन घोटाले में दर्ज ईसीआईआर में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार, रांची के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर, जेलर नसीम खान व जेल क्लर्क मो दानिश को समन भेजा है।
ईडी ने जेल अधीक्षक को 9 नवंबर, जेलर को 8 नवंबर व जेल क्लर्क को 7 नवंबर को एजेंसी के रांची जोनल आफिस में दिन के 10.30 बजे तक बुलाया है। जमीन घोटाले के जेल में बंद आरोपी प्रेम प्रकाश समेत अन्य के साथ मिलीभगत का आरोप जेल प्रशासन पर है। जेल में रहते हुए प्रेम प्रकाश समेत अन्य आरोपियों ने ईडी के अधिकारियों को फर्जी केस में फंसाने तथा उनपर हमले की साजिश रची थी। ईडी के केस को प्रभावित करने के उदेश्य से गवाहों को अपने पक्ष में लाने व प्रेडिकेट ऑफेंस के केस को भी खत्म करने में लगे थे।
प्रेम व अमित को राज्य के बाहर ट्रांसफर करा सकती है ईडी
ईडी प्रेम प्रकाश व अमित अग्रवाल को राज्य के बाहर के किसी जेल में ट्रांसफर कराने का प्रस्ताव भेजेगी। राज्य के बाहर की अदालत में दोनों के तबादले के लिए सुप्रीम कोर्ट में आवेदन ईडी देगी। राज्य में सत्ता के गलियारों में प्रभावी होने व राज्य के जेल में लगातार सक्रिय रहने की वजह से दोनों के जेल ट्रांसफर की योजना बनायी जा रही है। प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल दोनों रांची जेल में बंद हैं। दोनों जमीन घोटाले में आरोपी हैं, जबकि प्रेम प्रकाश अवैध खनन के केस में भी आरोपी है। राज्य में शराब घोटाले में भी उसकी भूमिका सामने आयी है।
इन वजहों से जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध
● रांची जेल से कई कैदियों ने प्रेम प्रकाश के खिलाफ शिकायत ईडी व राज्य सरकार से की थी। प्रेम प्रकाश को जेल में आईफोन समेत अन्य सुविधाएं मिलने की जानकारी से जुड़ा बंदी पत्र जेल प्रशासन ने कभी एजेंसियों तक पहुंचने ही नहीं दिया। जेल से छूटे कैदियों ने इसकी शिकायत एजेंसी को की थी।
● जेल के अफसरों व कर्मियों का फायदा उठाने के नियम से प्रेम प्रकाश ने सभी का इस्तेमाल किया। प्रेम प्रकाश को विशेष सुविधाएं दी जाती थीं। बदले में प्रेम प्रकाश ने जेल अधिकारियों को आर्म्स का लाइसेंस दिलवाया था। वहीं, अन्य जेलकर्मियों ने अलग-अलग तरीके से सुविधाएं हासिल की थीं।
जेल क्लर्क के मोबाइल से गवाहों को किया गया था फोन
रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में पदस्थापित क्लर्क मो दानिश के मोबाइल फोन से ईडी के गवाहों को फोन किया गया था। ईडी के गवाहों ने इस बात की जानकारी एजेंसी को दी थी। ईडी ने जेल में छापेमारी के दौरान मो दानिश का मोबाइल फोन भी जब्त किया था। ईडी अब दानिश के मोबाइल फोन का डाटा रिट्रिव कराएगी। साथ ही मोबाइल को एफएसएल जांच के लिए भेजेगी। ईडी के गवाहों के बयान से दानिश के मोबाइल फोन के इस्तेमाल की पुष्टि हो चुकी है। जेल में ईडी ने तीन से चार घंटे दानिश से पूछताछ की थी।