कम उम्र में हार्ट का मरीज बना देंगी रोज की ये 5 आदतें, समय रहते ही कर लें बदलाव
कई बार लोगों को लगता है कि वे पूरी तरह से फिट हैं, लेकिन उन्हें भी दिल की बीमारी घेर लेती है। इसलिए जरूरी है कि अपने डेली रूटीन पर ध्यान दिया जाए। चलिए जानते हैं कुछ ऐसे अनहेल्दी आदतों के बारे में जिनकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

आजकल हार्ट अटैक की बीमारी सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं रही। 25 से 40 साल के युवा भी अचानक सीने में दर्द, बेचैनी और सांस फूलने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुँच रहे हैं। यानी कह सकते हैं कि दिल की बीमारी बढ़ती उम्र के साथ नहीं बल्कि हमारी कुछ अनहेल्दी आदतों की वजह से भी बढ़ रही है। आज की तेज रफ्तार जिंदगी, दिन-रात काम में लगे रहना, कभी भी कुछ भी खा लेना और खूब स्ट्रेस लेना, ऐसी ना जाने कितनी आदतें हैं, जिनका सीधा असर हार्ट हेल्थ पर होता है। कई बार लोगों को लगता है कि वे पूरी तरह से फिट हैं, लेकिन उन्हें भी दिल की बीमारी घेर लेती है। इसलिए जरूरी है कि अपने डेली रूटीन पर ध्यान दिया जाए। चलिए जानते हैं कुछ ऐसे अनहेल्दी आदतों के बारे में जिनकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
घंटों एक ही जगह बैठे रहना
लंबे समय तक बिना हिले-डुले एक ही जगह पर बैठे रहना हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है। चाहे आप ऑफिस में हों या घर पर टीवी देख रहे हों, अगर आप रोजाना घंटों तक बिना कोई फिजिकल एक्टिविटी किए, एक ही जगह पर बैठे रहते हैं, तो इससे ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ जाता है। इस वजह से हार्ट को एक्स्ट्रा मेहनत करनी पड़ती है, फिर जैसे-जैसे टाइम बीतता है हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ता जाता है। इसलिए अगर आपको एक ही जगह पर बैठकर लंबे समय तक काम करना पड़ता है, तो हर 30-40 मिनट बाद उठकर थोड़ा चलें, बॉडी को स्ट्रेच करें और दिन में काम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज जरूर करें।
अनहेल्दी डाइट भी हार्ट को बनाती है कमजोर
शरीर में किसी भी बीमारी के बढ़ने की एक खास वजह होती है अनहेल्दी डाइट। खासतौर से हार्ट पर तो गलत खानपान का बहुत ही गहरा असर पड़ता है। फास्ट फूड, ज्यादा तेल-घी वाला खाना, बहुत ज्यादा मीठा और पैकेज्ड फूड हमारी सेहत के लिए जहर समान हैं। इन चीजों को खाने से बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता हैं, साथ ही आर्टरी नैरो हो जाती है। इससे हार्ट तक ब्लड पहुंचने में प्रॉब्लम होती है, जिस वजह से हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा रहता है। इसलिए ताजे फल, हरी सब्जियां, ओट्स, नट्स और कम तेल वाला खाना खाएं। इसके अलावा खाने में कम नमक और काम चीनी का इस्तेमाल करें।
नींद पूरी ना होना भी है एक वजह
रोजाना प्रॉपर नींद ना लेना भी हार्ट अटैक की वजह बन सकता है। दरअसल जब हम गहरी नींद में सोते हैं उस दौरान बॉडी खुद को रिपेयर करती है और हारमोंस को बैलेंस करती है। ऐसे में जब नींद पूरी नहीं होती, तो ब्लड प्रेशर और स्ट्रेस लेवल दोनों बढ़ जाता है, जिसका सीधा असर हार्ट पर पड़ता है। इसलिए रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेने की आदत डालें। साथ ही सोने से एक घंटा पहले मोबाइल और लैपटॉप से दूरी बना लें।
स्ट्रेस को नजरअंदाज करना
हर दिन का मेंटल स्ट्रेस भी धीरे-धीरे हार्ट को कमजोर कर सकता है। स्ट्रेस के कारण बॉडी में 'कोर्टिसोल' नामक हार्मोन बढ़ता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है और आर्टरी (धमनियों) को नुकसान पहुंचाता है। लगातार स्ट्रेस लेने से हार्ट बीट, अनियमित हो सकती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। योग, मेडिटेशन, म्यूजिक से स्ट्रेस लेवल को काफी हद तक काम किया जा सकता है। इसके अलावा किसी से खुलकर अपनी फीलिंग्स शेयर करके भी आप स्ट्रेस से निजात पा सकते हैं।
नियमित हेल्थ चेकअप ना कराना
कई बार हमें यह पता ही नहीं होता कि हमारे शरीर में क्या चल रहा है। ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर जैसे संकेत बिना सिम्पटम्स के भी बढ़ सकते हैं। ऐसे में अगर हम समय-समय पर मेडिकल टेस्ट ना कराएं, तो सिचुएशन काफी सीरियस भी हो सकती है। इसलिए हर 6 महीने या साल भर में एक बार आपको बेसिक हेल्थ चेकअप जरूर कराना चाहिए। खासकर अगर आपके परिवार में हार्ट डिजीज की हिस्ट्री रह चुकी हो, तो जरूर ध्यान दें।
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