3 से 10 हजार रेट, अफसर-नेता तक आते; MP के होटल में 'देह व्यापार' चलाने वाला BJP नेता गिरफ्तार
होटल में देह व्यापार की शिकार पीड़ित लड़कियों के बयान और सबूत के आधार पर मामला बाहर आया तो आनन-फानन में भाजपा ने जबलपुर महानगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष अतुल चौरसिया को पद से हटाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर कर दिया है।

मध्य प्रदेश के जबलपुर में भाजपा नेता अतुल चौरसिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी की वजह, नेता द्वारा होटल में देह व्यापार का धंधा चलाना है। होटल में देह व्यापार की शिकार पीड़ित लड़कियों के बयान और सबूत के आधार पर मामला बाहर आया तो आनन-फानन में भाजपा ने जबलपुर महानगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष अतुल चौरसिया को पद से हटाते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर कर दिया है।
अतुल चौरसिया और शीतल दुबे चलाते थे सेक्स रैकेट
भाजपा नेता अतुल ने गिरफ्तारी से पहले खुद को निर्दोष बताते हुए बयान जारी किया था कि महिला किसी के बहकावे में आकर झूठ बोल रही है। मगर सबूतों के आधार पर अतुल चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन उसका साथी शीतल दुबे फिलहाल फरार चल रहा है। शीतल दुबे खुद को किन्नर बताता है। वह रैकेट का संचालन करता है। लड़कियों की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनकी ट्रेनिंग कराना, ग्राहकों से सौदे की बात करना। रसूखदारों तक लड़कियों को पहुंचाने की जिम्मेदारी भी उसकी ही होती थी। उसकी तलाश में पुलिस की टीम नरसिंहपुर, डिंडौरी, मंडला और भोपाल में रवाना की गई हैं। पुलिस इस मामले में होटल स्टाफ से भी पूछताछ कर रही है।
चौरसिया को भाजपा ने पार्टी से किया निष्कासित
मामले के तूल पकड़ते ही भाजपा ने अतुल चौरसिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जबलपुर महानगर के भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा जारी किए गए निष्कासन पत्र में लिखा है कि भाजपा जबलपुर महानगर के पूर्व मंडल अध्यक्ष अतुल चौरसिया को अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने व आपराधिक प्रकरण दर्ज होने से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। ये अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। अतः भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद विष्णुदत्त शर्मा जी के निर्देशानुसार अतुल चौरसिया को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया जाता है। इधर गढ़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए भाजपा नेता अतुल चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
ऐसे शुरू हुआ मामला
मामले की शुरुआत उस समय हुई जब नोकरी का झांसा देकर असम की एक की महिला को जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने होटल पर छापा मारा तो इसकी कई परतें खुलती चली गईं। पीड़ित महिला ने बताया कि 2 साल पहले असम में मनीषा नाम की महिला ने उसे अच्छी नौकरी का झांसा देकर जबलपुर बुलाया था। यहां भाजपा नेता अतुल चौरसिया के होटल 'अतिथि' में उसे ठहराया गया और फिर धीरे-धीरे उसे जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया गया।
इन राज्यों से मंगाई जाती थी लड़कियां
पीड़ित महिला का आरोप है कि यहां लड़कियां नेताओं और अधिकारियों तक पहुंचाईं जाती थीं। हर रात अलग-अलग गाड़ियों से लोग आते और लड़कियों को उनके कमरों तक पहुंचाया जाता था। सुबह बिना किसी रिकॉर्ड के सभी लोग चले जाते थे। लड़कियों को कोलकाता, असम, झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से लाया जाता था। होटल का स्टाफ भी पूरी तरह इस रैकेट में शामिल है, अधिकतर ग्राहक रसूखदार होते थे, जिनके नाम पूछने की इजाजत किसी को नहीं थी, लेकिन उनके तौर-तरीकों और गाड़ियों से उनकी पहचान स्पष्ट थी।
3 से 10 हजार तक के थे रेट
सामने आई जानकारी के मुताबिक, ग्राहक से 3 हज़ार से 10 हज़ार रुपए तक वसूले जाते थे, जबकि लड़की को मात्र 5 सौ से 1 हज़ार रुपए दिए जाते थे। इस दौरान बिना रिकॉर्ड के रसूखदार अफसर से लेकर नेताओं तक लड़कियां परोसी जाती थीं। पूरे सिस्टम में दलालों, होटल संचालक और अन्य कर्मचारियों की मोटी कमाई होती थी और लड़कियों को बंधुआ बनाकर रखा जाता था। होटल में अय्याशी करने आए ग्राहकों को बिना लाइसेंस के शराब भी परोसी जाती थी।