जितना चाहे नाटक कर ले; विजय शाह के खिलाफ धरने पर बैठी कांग्रेस तो CM मोहन यादव ने याद दिला दिया तीन तलाक
सीएम मोहन यादव ने कहा, कांग्रेस जितना चाहे नाटक कर ले, लेकिन उसे पता है कि यह सब न्यायिक मामला है। जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है, तो वे न्यायपालिका से ऊपर नहीं हो सकते।

कर्नल सौफिया कुरैशी पर विवादित बयान देने वाले मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह मुश्किलों में घिरते जा रहे हैं। एक तरफ जहां हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फटकार लगाई है तो वहीं कांग्रेस भी उनके इस्तीफे की मांग कर रही है। मंत्री विजय शाह को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायकों के एक समूह ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के राज्यपाल के आवास के सामने अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू किया है। इस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इसे कांग्रेस का ड्रामा बताया है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस जितना चाहे नाटक कर ले, लेकिन उसे पता है कि यह सब न्यायिक मामला है। जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है, तो वे न्यायपालिका से ऊपर नहीं हो सकते। विपक्ष के नेता के खिलाफ भी मामला था, उन्हें उनसे भी इस्तीफा मांगना चाहिए। जब भी न्यायपालिका का अपमान करने का मौका मिलेगा, कांग्रेस कभी बाज नहीं आएगी।
उन्होंने कहा, इलाहबाद हाई कोर्ट ने इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला दिया तो पूरे देश में आपातकाल लगवा दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया तील तलाक का। इस पूरे मसले को बदलने का काम कांग्रेस ने किया। ये हमारी सरकार ही है तो कोर्ट के फैसले का पालन और सम्मान करते हैं।
विपक्ष के नेता उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात के बाद राजभवन के बाहर बैठे। सिंघार ने कहा, हां, 15 विधायक मेरे साथ हैं। हमने राज्यपाल से मुलाकात के बाद राजभवन के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। हमने शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है।
राज्य के आदिवासी मामलों के मंत्री शाह ने इस सप्ताह की शुरुआत में इंदौर जिले के एक ग्रामीण इलाके में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कुरैशी का नाम लिए बिना कथित विवादित टिप्पणी की थी। टिप्पणी पर स्वतः संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने बुधवार को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया।
कांग्रेस शाह के इस्तीफे की मांग कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “तीन दिन हो गए हैं और शाह को अभी तक बर्खास्त नहीं किया गया है। हम उनका इस्तीफा चाहते हैं और इसलिए हम सड़कों पर उतरे हैं।” विपक्षी दल ने उच्चतम न्यायालय में शाह की याचिका पर सुनवाई से पहले धरना दिया है। बृहस्पतिवार को सर्वोच्च न्यायालय ने कर्नल कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए मंत्री शाह को फटकार लगाई और सुनवाई शुक्रवार के लिए टाल दी।
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का विवरण नयी दिल्ली में नियमित पत्रकार वार्ताओं में विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिल कर साझा करती थीं । इन पत्रकार वार्ताओं में विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी शामिल होते थे।