इंदौर कपल मिसिंग केस : जहां मिली राजा की लाश, वहां पहले भी हुई थी तलाश; सोनम का कोई सुराग नहीं
मेघालय के शिलांग में हनीमून मनाने गए और लापता हुए इंदौर के दंपती में से पति राजा रघुवंशी का शव रविवार को एक गहरी खाई से बरामद हुआ, जबकि उसकी पत्नी सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। राजा का शव करीब डेढ़ सौ फीट गहरी खाई में मिला, जो सड़ चुका था।

मेघालय के शिलांग में हनीमून मनाने गए और लापता हुए इंदौर के दंपती में से पति राजा रघुवंशी का शव रविवार को एक गहरी खाई से बरामद हुआ, जबकि उसकी पत्नी सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। राजा का शव करीब डेढ़ सौ फीट गहरी खाई में मिला, जो सड़ चुका था और उससे तेज बदबू आ रही थी। राजा का शव शिलांग के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां आज उसका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
आखिरकार 11 दिन बाद कल दोपहर को लापता राजा का शव शिलांग पुलिस ने खोज निकाला, लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है कि राजा की हत्या हुई है या वह हादसे का शिकार हुआ है। साथ ही एक बार फिर मौसम की वजह से सोनम की तलाश अधूरी रह गई। शिलांग पुलिस आज फिर उसकी तलाश करेगी।
पुलिस को राजा के शव के पास से उनका मोबाइल फोन, पर्स, सोने की चेन और अंगूठी नहीं मिली है, सिर्फ एक स्मार्ट वॉच मिली है। परिजनों का कहना है कि जब वे इंदौर से रवाना हुए थे, तब राजा ने यह सभी चीजें पहनी हुई थीं। परिजनों का मानना है कि यह किसी सामान्य दुर्घटना से अलग किसी साजिश या वारदात की ओर इशारा करता है।
राजा और सोनम के बैग उनके होमस्टे में मिले थे। बैगों की तलाशी लेने पर भी मोबाइल फोन और गहनों का कुछ पता नहीं चला। इस पूरे मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनमें सबसे बड़ा सवाल यही है कि यदि यह कोई हादसा था तो फिर सोनम कहां है। अगर वह सुरक्षित होती तो अब तक सामने आ जाती या किसी से संपर्क करती। स्थानीय लोगों से पूछताछ में भी उनके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
स्कूटी से 25 किमी दूर मिली लाश
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने बताया कि वे पुलिस की जांच पर भरोसा कर रहे हैं, लेकिन अब तक मोबाइल फोन, पर्स और गहनों का नहीं मिलना घटना को संदिग्ध बनाता है। खास बात यह भी है कि राजा का शव जिस जगह से मिला है, वह इलाका पहले ही तलाशी अभियान का हिस्सा रह चुका है। इसके बावजूद इतने दिनों तक शव नहीं मिलना, संदेह को और गहरा कर रहा है। वहीं, राजा की स्कूटी एक अलग स्थान से मिली है, जिसकी दूरी शव मिलने की जगह से 25 किलोमीटर से ज्यादा है।
राजा और सोनम के हनीमून की शुरुआत 20 मई से हुई थी। वो दोनों पहले इंदौर से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे। 23 मई को उन्होंने मंदिर में दर्शन किए और फिर शिलांग पहुंचे। दोपहर में उन्होंने परिजनों से बात की, लेकिन इसके बाद उनका मोबाइल फोन बंद हो गया। 24 और 25 मई को परिजन लगातार कॉल करते रहे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। बाद में पता चला कि राजा द्वारा किराए पर ली गई स्कूटी लावारिस हालत में मिली है।
26 मई को राजा और सोनम के परिजन शिलांग पहुंचे और दोनों के लापता होने की जानकारी मीडिया में आई। 27 मई को मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया कि उन्होंने मेघालय सरकार से संपर्क किया है और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले में सतत संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने राजा और सोनम की सकुशल वापसी की प्रार्थना भी की। 28 मई को ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से सर्च ऑपरेशन को और विस्तृत किया गया। सांसद शंकर लालवानी भी शिलांग पहुंचे और स्थानीय अधिकारियों से मिले। 29 और 30 मई को लगातार बारिश के कारण सर्च ऑपरेशन बाधित हो गया। 30 और 31 मई को स्कूटी मिलने वाले स्थान के आसपास खोजबीन हुई, लेकिन वहां से भी कोई सुराग नहीं मिला।
1 जून को घने कोहरे के बीच फिर से तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन फिर भी कुछ पता नहीं चला। आखिरकार 2 जून को दोपहर में राजा का शव खाई में मिला, जो सड़ चुका था। शव को खोजी कुत्तों ने ढूंढा। हालांकि, सोनम का अब भी कुछ पता नहीं चल पाया है। इस घटना ने न सिर्फ दंपती के परिजनों बल्कि इंदौर के लोगों को भी स्तब्ध कर दिया है। अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और सोनम की तलाश पर टिकी हैं। परिजन चाहते हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष और गहराई से जांच की जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
इंदौर के पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इंदौर पुलिस लगातार इस मसले पर शिलांग के एसपी और पुलिस के साथ संपर्क में थी। लगातार प्रयास के बाद दुर्भाग्यवश कल एक डेडबॉडी रिकवर की गई। अब भी आज सुबह से सर्चिंग की जा रही है और जो पूरी वैधानिक प्रक्रिया होती है उसके अनुसार कार्यवाही कर रहे हैं। कल देर रात और आज सुबह तक जो शिलांग के एसपी साहब का हमारे डीसीपी क्राइम के पास जो मैसेज है उसके अनुसार लड़की का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
रिपोर्ट : हेमंत नागले