राजस्थान में नाबालिग संग महीनों किया रेप, हत्या कर एमपी में फेंकी लाश; तीनों आरोपी ऐसे दबोचे गए
जब लड़की बीमार ही गई तो आरोपी उसे लेकर तांत्रिक के पास गया, जहां तांत्रिक ने टोना-टुटका किया, लेकिन लड़की ठीक नहीं हुई तो उसकी हत्या करके लाश को मध्य प्रदेश (एमपी) की सीमा के पास फेंककर चले गए।

मध्य प्रदेश की मंदसौर पुलिस ने 5 महीने पहले बंद बोरे में मिली 13 साल की नाबालिग लड़की की लाश की गुत्थी सुलझा दी है। घटना राजस्थान की है, जहां नाबालिग के साथ महीनों तक रेप की घटना को अंजाम दिया गया। जब लड़की बीमार ही गई तो आरोपी उसे लेकर तांत्रिक के पास गया, जहां तांत्रिक ने टोना-टुटका किया, लेकिन लड़की ठीक नहीं हुई तो उसकी हत्या करके लाश को मध्य प्रदेश (एमपी) की सीमा के पास फेंककर चले गए। पुलिस ने दो सगे भाइयों सहित उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है, जानिए कैसे?
मंदसोर एसपी अभिषेक आनंद के मुताबिक लड़की इलाज के लिए उदयपुर के पीआईएमएस अस्पताल में भर्ती थी। वहीं पर आरोपी बद्रीलाल मजदूरी करता था। बद्रीलाल लड़की को अपने साथ लेकर राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के बरवास गांव चला गया, जहां उसने लड़की का महीनों बलात्कार किया और अपने पास ही रखा। लेकिन, बाद में जब लड़की की तबियत खराब होने लगी तो उसने झाडफूंक का सहारा लिया और राजस्थान के सालमगढ़ गांव में एक तांत्रिक को दिखाया। तांत्रिक ने लड़की के गले में एक धागा बांधा, लेकिन कोई फायदा ना होता देख बद्रीलाल ने अपने भाई रामलाल के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस के मुताबिक बद्रीलाल और उसके भाई रामलाल ने मिलकर लड़की का बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या कर दी। दोनों ने लाश को ठिकाने लगाने में अपने दोस्त रमेश की भी मदद ली। रामलाल और रमेश ने ही लड़की का शव बोरे में भरकर मोटरसाइकिल से राजस्थान की सीमा पार कर मंदसौर जिले के भावगढ़ थाना क्षेत्र में फेंक दिया था।
बोरे में बंद बच्ची की लाश को देखा गया, तो उसके गले में एक धागा पड़ा था, जिसके आधार पर खोजबीन शुरू हुई। शव के गले मे बंधे धागे की पड़ताल करते हुए पुलिस टीम सलामगढ़ पहुंची। गले में पड़े धागे और उसके शरीर पर बने टैटू ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचा दिया। पुलिस ने मामले में 2 सगे भाई सहित एक दोस्त को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया है।
मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि एक हत्याकांड का पर्दाफाश करने के लिए 12 से 13 जिलों में पुलिस टीमों ने गुमशुदा बालिका के दर्ज प्रकरणों की तफ्तीश की। उसी दौरान करीब 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। इसके अलावा साइबर पुलिस के साथ सोशल मीडिया, ई रक्षक ऐप ओर फॉरेंसिक टीम भी तलाशी अभियान में लगाई गई।
रिपोर्ट- विजेन्द्र यादव