सास से बोला उपवास है, होटल में जमकर खाया; सोनम रघुवंशी तो शुरू से झूठ बोल रही!
सोनम रघुवंशी ने मेघालय से अपनी सास से बात की थी। उसने कहा था कि उसका उपवास है, लेकिन उसी रात उसने होटल में खाना खाया। इस दौरान राजा रघुवंशी उसके साथ नहीं था।

'मम्मी, मेरा उपवास है..' सोनम रघुवंशी ने अपनी सास को फोन पर कहा, लेकिन सच कुछ और ही था। मेघालय के शिपारा होम स्टे में 23 मई को सोनम ने जमकर खाना खाया। हैरान कर देने वाली यह थी कि इस दौरान सोनम के पति राजा रघुवंशी उनके साथ नहीं थे। ये खुलासा मेघालय पुलिस की एसआईटी जांच का हिस्सा है, जो सोनम के पति राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में परत-दर-परत सच्चाई को उजागर कर रही है।
उपवास का दावा और होटल का खाना
23 मई को सोनम ने अपनी सास उमा रघुवंशी को फोन पर बताया कि वह अपने पति की हेल्थ के लिए उपवास कर रही है। यह बात सुनकर सास को शायद राहत मिली होगी, लेकिन पुलिस को यह कॉल एक अहम सुराग बन गया। एसआईटी ने जब शिपारा होम स्टे के संचालक से पूछताछ की, तो पता चला कि उसी दिन सोनम ने वहां जमकर खाना खाया था। यह खुलासा सोनम के उपवास के दावे को झूठा साबित करता है। इससे पुलिस का सोनम पर शक गहरा हो गया।
हनीमून या हत्या का जाल?
सोनम और राजा रघुवंशी अपनी शादी के बाद मेघालय में हनीमून के लिए गए थे। लेकिन यह रोमांटिक यात्रा जल्द ही एक डरावने अपराध की कहानी में बदल गई। पुलिस के अनुसार, 23 मई को ही राजा की हत्या कर दी गई थी। SIT को शिपारा होम स्टे के पास के जंगल में खून से सना एक माचेट और सोनम का रेनकोट मिला, जो इस मामले में उनकी संलिप्तता की ओर इशारा करता है। स्थानीय गाइड की गवाही और CCTV फुटेज ने भी पुष्टि की कि उस दिन सोनम तीन अन्य पुरुषों के साथ थीं, लेकिन राजा कहीं नजर नहीं आए।
सोनम का अपहरण का दावा और पुलिस का जवाब
सोनम ने पुलिस को बताया कि उन्हें मेघालय से किडनैप किया गया और नशे की हालत में गाजीपुर ले जाया गया, जहां उन्हें अपने ठिकाने की कोई जानकारी नहीं थी। लेकिन मेघालय पुलिस ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। जांच अधिकारियों का कहना है कि सोनम ने दबाव में आकर सरेंडर किया और उनका अपहरण का दावा महज एक कहानी है। SIT ने इस मामले को 'ऑपरेशन हनीमून' नाम दिया है और हर सबूत सोनम के खिलाफ एक मजबूत कहानी बुन रहा है।