तू झूठी तू झूठा... सोनम रघुवंशी और राज कुशवाहा के बीच चल रहा अजब खेल, एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
राजा रघुवंशी मर्डर केस में पुलिस ने सोनम और राज कुशवाहा को गिरफ्तार किया है। पुलिस की पूछताछ में सोनम और राज एक दूसरे को मास्टरमाइंड बता रहे है। दोनों एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।

इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा ने एक-दूसरे पर हत्या की साजिश रचने के गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों के बयानों में विरोधाभास और एक-दूसरे को मास्टरमाइंड ठहराने की कोशिश ने इस केस को और रहस्यमय बना दिया है। अब तक की पूछताछ में सोनम और राज ने क्या-क्या कहा? आइए समझते हैं।
सोनम का दावा, राज ने रची हत्या की साजिश
सोनम रघुवंशी ने पुलिस के सामने दावा किया कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड राज कुशवाहा है। उसका कहना है कि राज ने सबसे पहले राजा रघुवंशी को रास्ते से हटाने की बात कही थी। सोनम के अनुसार, राज ने उसे इस साजिश में शामिल होने के लिए उकसाया और तीन सुपारी किलरों आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी को हायर किया। सोनम ने यह भी स्वीकार किया कि वह हत्या के वक्त मौके पर मौजूद थी, लेकिन उसका दावा है कि उसने केवल राज के दबाव में ऐसा किया। उसने पुलिस को बताया कि राज ने पूरी योजना बनाई और उसे केवल निर्देशों का पालन करने को कहा गया।
सोनम ने यह भी कहा कि उसने राजा की हत्या के बाद गाजीपुर में सरेंडर कर दिया क्योंकि उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने दावा किया कि वह राज के प्रभाव में थी और उसकी मंशा राजा को मारने की नहीं थी, बल्कि वह केवल राज के साथ अपनी जिंदगी शुरू करना चाहती थी।
राज कुशवाहा क्या कह रहा?
दूसरी तरफ, राज कुशवाहा ने सोनम के सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उसे ही हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताया। राज का कहना है कि सोनम ने राजा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी क्योंकि वह उससे छुटकारा चाहती थी। उसने पुलिस को बताया कि सोनम ने ही सुपारी किलरों को पैसे और मोबाइल देकर मेघालय भेजा और पूरी साजिश को अंजाम देने के लिए उसे उकसाया।
राज ने यह भी दावा किया कि वह शिलॉन्ग में हत्या के समय मौजूद नहीं था और केवल फोन के जरिए सोनम और सुपारी किलरों को निर्देश दे रहा था। उसका कहना है कि सोनम ने उसे भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल किया और इस साजिश में शामिल होने के लिए मजबूर किया।
कौन सच बोल रहा, कौन झूठ?
सोनम और राज के बयानों में कई विरोधाभास सामने आए हैं, जो इस हत्याकांड को और उलझा रहे हैं। दोनों ने एक-दूसरे को मास्टरमाइंड ठहराने की कोशिश की है, लेकिन कुछ बिंदुओं पर उनके बयान मिलते-जुलते हैं। उदाहरण के लिए, दोनों ने यह स्वीकार किया कि राजा की हत्या 23 मई को वेसॉडोंग फॉल्स के पास हुई, जिसमें तीन सुपारी किलर शामिल थे।
- साजिश की शुरुआत: सोनम का कहना है कि राज ने पहले हत्या की बात की, जबकि राज का दावा है कि सोनम ने उसे इस साजिश में खींचा। पुलिस के अनुसार, साजिश शादी से 11 दिन पहले ही रच ली गई थी, जिसमें राज और सोनम दोनों शामिल थे।
- सुपारी किलरों को किया हायर: सोनम का दावा है कि राज ने किलरों को हायर किया, जबकि राज का कहना है कि सोनम ने उन्हें पैसे और मोबाइल दिए। सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया है कि सोनम ने सुपारी किलरों के लिए ट्रेन टिकट भी बुक कराए थे।
- मौके पर मौजूदगी: सोनम ने स्वीकार किया कि वह हत्या के समय मौके पर थी, जबकि राज ने कहा कि वह शिलॉन्ग में नहीं था। पुलिस ने पुष्टि की है कि सोनम घटनास्थल पर थी और राज ने फोन के जरिए साजिश को अंजाम दिया।
- जुर्म कबूल करना: मेघालय पुलिस ने बताया कि दोनों ने हत्या में अपनी भूमिका स्वीकार कर ली है, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता को लेकर दोनों के बयान विरोधाभासी हैं।
पुलिस कर रही तह तक पहुंचने की कोशिश
मेघालय पुलिस ने इस मामले में 'ऑपरेशन हनीमून' के तहत गहन जांच शुरू की है। शिलॉन्ग के एसपी विवेक स्येम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राज कुशवाहा इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है, जबकि सोनम उसकी पार्टनर थी। पुलिस ने 42 सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी जैकेट, और सोनम का रेनकोट जैसे सबूतों के आधार पर दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की।
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि सोनम ने हत्या के बाद राजा के इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट डाली, जिसे अब सबूत छुपाने की कोशिश माना जा रहा है। इसके अलावा, सोनम ने किडनैपिंग का नाटक करने और किसी दूसरी लाश को अपनी बताकर बच निकलने की योजना बनाई थी, जो नाकाम रही।
क्या है असली सच?
सोनम और राज के बीच 'तू झूठा, तू झूठी' का यह खेल पुलिस के लिए भी चुनौती बना हुआ है। दोनों के बयानों में सच्चाई और झूठ का मिश्रण है, लेकिन पुलिस के पुख्ता सबूतों और सुपारी किलरों के बयानों ने इस साजिश की परतें खोल दी हैं। अब सवाल यह है कि क्या सोनम और राज दोनों ही बराबर के गुनहगार हैं, या कोई एक मुख्य साजिशकर्ता है? मेघालय पुलिस की आठ विशेष जांच टीमें (SIT) इस रहस्य को सुलझाने में जुटी हैं और जल्द ही इस हत्याकांड का पूरा सच सामने आ सकता है।