सात जन्मों का साथ है; मर्डर के बाद राजा के फोन से किया पोस्ट, क्या था सोनम रघुवंशी का खौफनाक प्लान
इंदौर से हनीमून के नाम पर मेघालय ले जाकर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या करने वाली सोनम के बारे में एक के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जिस तरह उसने इस पूरे हत्याकांड की अपने लवर राज के साथ मिलकर साजिश रची और इसे अंजाम दिया, साफ पता चलता है कि दोनों कितने शातिर थे।

इंदौर से हनीमून के नाम पर मेघालय ले जाकर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या करने वाली सोनम के बारे में एक के बाद चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जिस तरह उसने इस पूरे हत्याकांड की अपने लवर राज के साथ मिलकर साजिश रची और इसे अंजाम दिया, साफ पता चलता है कि दोनों कितने शातिर थे। अब इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि सोनम ने अपनी आंखो के सामने अपने पति की हत्या देखने के बाद उसने फोन से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया था जिससे लोगों को ये लगे कि राजा जिंदा है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक सोनम रघुवंशी की आखों के सामने ही राजा की हत्या की गई और उसने अपनी आखों के सामने ही राजा को खाई में गिरते देखा। इसके बाद उसने राजा के फोन से पोस्ट किया, साथ जन्मों का साथ है। राजा की हत्या 23 मई को हुई थी। इसी दिन सोनम और राजा के गायब होने की खबर भी सामने आई थी। वहीं बताया जा रहा है कि सोनम ने राजा के फोन से पोस्ट 10 मई दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर किया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट में तो ये भी दावा किया जा रहा है कि राजा को खाई में फेंकने वाली कोई और नहीं बल्कि खुद सोनम रघुवंशी थी।
क्या था सोनम का खौफनाक प्लान
इंदौर में सोनम और राजा की शादी 11 मई को हुई और इसके एक हफ्ते के अंदर यानी 16 मई को सोनम ने राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा को मारने का प्लान बना लिया। इस प्लान के तहत सोनम ने राजा को हनीमून के लिए मेघालय जाने के लिए मनाया, खूद टिकट बुक की और सारे जेवर भी अपने साथ ले जाने के लिए कहा। उधर राज ने इस हत्याकांड को अंजाम देने की जिम्मेदारी अपने बचपन के तीन दोस्तों को दी। इधर सोनम और राजा पहले असम और फिर शिलॉन्ग गए औऱ उधर 21 मई को तीनो हमलावर भी शिलॉन्ग पहुंच गए।
तीनों ने आम पर्यटक बनकर ही राजा औऱ सोनम का पीछा किया और धीरे-धीरे राजा से भी घूलमिल गए। बताया ये भी जा रहा है कि राजा से मिलने के बाद तीनों हमलावरों ने उसे ना मारने का मन बना लिया था लेकिन सोनम राज के प्यार इतनी पागल थी कि उसे किसी भी सूरत में राजा की हत्या करनी थी। उसी ने हमलावरों ने राजा पर मारने का दबाव बनाया। घटना के समय राज मेघालय में नहीं था लेकिन वह लगातार हत्यारों और सोनम के संपर्क में था।
23 मई को हत्या और फिर फरार हो गए आरोपी
23 मई को हमलावरों ने खासी हिल्स के सोहरा में राजा की हत्या कर दी और फिर उसके शव को खाई में फेंक दिया गया। ये सब सोनम की आंखों के सामने हुआ। पहले पीछे से उसकी गर्दन पर वार किया गया और फिर छाती पर भी धारदार हथियार से वार किया गया। इसके बाद वह सभी वहां से फरार हो गए।