After Nagpur Violence RSS big remark Aurangzeb not relevant today tomb row औरंगजेब प्रासंगिक नहीं, फिर उसकी कब्र पर विवाद क्यों? नागपुर हिंसा के बाद RSS का बड़ा बयान, Maharashtra Hindi News - Hindustan
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औरंगजेब प्रासंगिक नहीं, फिर उसकी कब्र पर विवाद क्यों? नागपुर हिंसा के बाद RSS का बड़ा बयान

औरंगजेब 17वीं सदी का एक गुगल शासक था, जो ध्रुवीकरण के लिए जाना जाता है। महाराष्ट्र में पिछले कुछ हफ्तों खासकर छावा फिल्म के प्रदर्शन के बाद से औरंगजेब को लेकर विवाद गरमाया हुआ है।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नागपुरWed, 19 March 2025 04:50 PM
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औरंगजेब प्रासंगिक नहीं, फिर उसकी कब्र पर विवाद क्यों? नागपुर हिंसा के बाद RSS का बड़ा बयान

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख और वरिष्ठ पदाधिकारी सुनील अंबेकर ने मुगल बादशाह औरंगजेब के नाम पर हो रहे विवाद और हिंसा पर गहरी निराशा जताई है और कहा है कि आज के दौर में औरंगजेब की प्रासंगिकता नहीं है, फिर भी लोग उसके नाम और कब्र के विवाद पर आपस में क्यों उलझ रहे हैं। उनका यह बयान नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग और विरोध-प्रदर्शन के बाद फैली हिंसा के बाद आया है। बता दें कि पिछले दिनों औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद दो समुदायों के बीच हुई झड़पों में 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इनमें से ज्यादातर पुलिसकर्मी हैं। अभी भी नागपुर के 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।

अंबेकर ने कहा, "सवाल यह है कि अगर औरंगजेब आज भी प्रासंगिक है, तो क्या कब्र हटा दिया जाना चाहिए? जवाब यह है कि वह प्रासंगिक नहीं है। किसी भी तरह की हिंसा समाज के हित के लिए अच्छी नहीं है।" औरंगजेब 17वीं सदी का एक गुगल शासक था, जो ध्रुवीकरण के लिए जाना जाता है। महाराष्ट्र में पिछले कुछ हफ्तों खासकर छावा फिल्म के प्रदर्शन के बाद से औरंगजेब को लेकर विवाद गरमाया हुआ है।

फिल्म छावा के बाद गहराया है विवाद

इस फिल्म में मराठा छत्रपति संभाजी महाराज का गौरमयी इतिहास और औरंगजेब द्वारा उनकी हत्या को दिखाया गया है। फिल्म के रिलीज होने के बाद से कई हिन्दूवादी संगठन राज्य से औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को भी विस्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नागपुर के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर प्रदर्शन किया था। इसी दौरान औरंगजेब का पुतला जलाने पर अफवाह फैल गई कि धार्मिक ग्रंथ जलाया गया है। इससे इलाके में तनाव फैल गया और देखते ही देखते महल और हंसपुरी इलाके में बड़े पैमाने पर लोगों ने तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी। उपद्रवियों ने इस दौरान कई स्थानीय लोगों के घरों पर भी पत्थरबाजी की और वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

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हिंसा का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

इधर, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मांग की है कि नागपुर में अफवाह फैलाकर, हिंसा और आगजनी करने वाले जिहादियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो तथा औरंगजेब की कब्र के स्थान पर मराठा योद्धा धनाजी जाधव, संताजी घोरपडे , छत्रपति राजाराम महाराज का स्मारक बने। बुधवार को पुलिस ने इस हिसा के मास्टरमाइंड फहीम शमीम खान को गिरफ्तार कर लिया है। वह माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी का नेता है। इसके अलावा करीब 60 अन्य को भी गिरफ्तार किया गया है।