भाजपा के पूर्व सांसद को मंदिर के गर्भगृह में नहीं मिली एंट्री, पुजारी बोला- पहले धोती पहनिए
- रामदास तडस ने कहा कि पुजारी के इस फैसले के कारण उनके समर्थकों और मंदिर के न्यासी के बीच तीखी बहस हुई। उन्होंने दावा किया कि वह इस मंदिर में 40 वर्षों से अनुष्ठान करते रहे हैं लेकिन ऐसे प्रतिबंध का कभी सामना नहीं किया।

भाजपा के पूर्व सांसद रामदास तडस ने आरोप लगाया कि उन्हें रामनवमी पर वर्धा के राम मंदिर गर्भगृह में प्रवेश नहीं करने दिया गया, क्योंकि उन्होंने धोती नहीं पहनी हुई थी। तडस ने बताया कि वर्धा जिले के देवली क्षेत्र में यह मंदिर स्थित है। इसके न्यासी-सहपुजारी ने उन्हें उस नियम का हवाला देते हुए रोक दिया, जिसके अनुसार केवल सोवले (अनुष्ठान के लिए धोती) पहने पुरुषों को ही मूर्ति के निकट जाने की अनुमति है। पूर्व सांसद ने कहा, ‘मैं रविवार को अपनी पत्नी और कुछ समर्थकों के साथ भगवान राम के दर्शन करने मंदिर गया था। मैंने न्यासी से कहा कि मैं दशकों से इस मंदिर में आता रहा हूं। लेकिन उन्होंने मुझे एक नियम का हवाला देते हुए रोक दिया।’
रामदास तडस ने कहा कि पुजारी के इस फैसले के कारण उनके समर्थकों और मंदिर के न्यासी के बीच तीखी बहस हुई। भाजपा नेता ने दावा किया कि वह इस मंदिर में पिछले 40 वर्षों से अनुष्ठान करते रहे हैं लेकिन इस तरह के प्रतिबंध का कभी सामना नहीं किया। इस बीच, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा कि मूर्ति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तडस को गर्भगृह में प्रवेश करने से मना किया गया। उन्होंने कहा, ‘पुजारी ने मंदिर के आभूषणों और मूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी।’
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष पहुंचे तिरुपति
दूसरी ओर, दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के तिरुपति स्थित पावन श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा अर्चना की। गुप्ता ने भगवान वेंकटेश्वर के चरणों में पूजा-अर्चना और पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने पत्नी शोभा विजेंद्र के साथ पारंपरिक धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लिया। दर्शन के बाद विजेंद्र गुप्ता ने कहा, 'इस पावन मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करना एक अत्यंत विनम्र अनुभव है। इस स्थान की दिव्य ऊर्जा आत्मिक शांति प्रदान करती है।'