दबाव में आदित्य ठाकरे पर आरोप लगा रहे दिशा सालियान के पिता, राउत का दावा; महा सियासत जारी
- दिशा सालियान मौत के मामले में आदित्य ठाकरे की कथित भूमिका की जांच की मांग पर, महाराष्ट्र के मंत्री संजय शिरसाट ने कहा कि उनकी मौत संदिग्ध थी।

दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने अपनी बेटी की मौत की नए सिरे से जांच कराने के लिए बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। सतीश ने कहा कि याचिका में हाईकोर्ट से शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने इस मामले को ठाकरे परिवार को बदनाम करने की साजिश करार दिया है।
राउत ने दावा किया है कि दिशा सालियन के पिता पर दबाव डाला जा रहा है ताकि वे आदित्य ठाकरे के खिलाफ आरोप लगाएं। दूसरी ओर, विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने सत्तारूढ़ दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि दिशा सालियन के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन करने वाले सत्ताधारी नेता यदि वास्तव में कुछ करना चाहते हैं, तो उन्हें गृह मंत्री से मिलकर अपनी मांग रखनी चाहिए। उन्होंने इसे आदित्य ठाकरे को बदनाम करने की राजनीति बताया।
यह एक दुर्घटना थी, हत्या नहीं- राउत
संजय राउत ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा, "मैंने पुलिस जांच देखी है, और यह एक दुर्घटना थी, हत्या नहीं... उसके पिता ने घटना के पांच साल बाद याचिका दायर की है। पूरा राज्य इस याचिका के पीछे की राजनीति को जानता है... ये लोग औरंगजेब के मुद्दे पर कुछ कर नहीं पाए, जिसका नतीजा उनके खिलाफ ही निकला। औरंगजेब के मुद्दे से अपना पल्ला झाड़ने के लिए वे दिशा सालियान मामले को हवा दे रहे हैं... यह गंदी राजनीति हमारे राज्य का नाम बदनाम कर रही है। यह एक युवा नेता जो अच्छा काम कर रहा है और हमारी पार्टी का नाम बदनाम करने की कोशिश है।"
वहीं, अंबादास दानवे ने कहा, "मुझे लगता है कि यह मामला कोर्ट में चला गया है। हमें नहीं पता कि उन्होंने (दिशा के पिता ने) क्या कहा है, लेकिन आदित्य ठाकरे एक परिपक्व नेता हैं, एक युवा नेता हैं। भारतीय जनता पार्टी उन पर दबाव डालकर उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रही है। हमें इस साजिश का जवाब देने की जरूरत नहीं है। कोर्ट जवाब देगा।"
दोषी पाए जाने वालों को जेल भेजा जाएगा- मंत्री
दिशा सालियान मौत के मामले में आदित्य ठाकरे की कथित भूमिका की जांच की मांग पर, महाराष्ट्र के मंत्री संजय शिरसाट ने कहा, "उनकी मौत संदिग्ध थी। आज उनके पिता ने खुलकर बात की है। उन्होंने अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इस मामले में दोषी पाए जाने वालों को जेल भेजा जाएगा।" वहीं शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, "सीआईडी रिपोर्ट से पता चलता है कि इस मामले में कोई राजनीतिक कोण नहीं है... पुलिस के पास इस मामले में हत्या या बलात्कार का ठोस सबूत नहीं है... मैं सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध करता हूं कि वे इस तरह की गंदी राजनीति में शामिल न हों।"
मामला क्या है?
दिशा सालियन दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थीं। उनकी 8 जून 2020 को मुंबई के मलाड इलाके में एक ऊंची इमारत से गिरकर मौत हो गई थी। मुंबई पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दिया था और मामले में एक आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट दर्ज की गई थी। हालांकि, कुछ नेताओं ने इसे हत्या का मामला बताते हुए आदित्य ठाकरे का नाम इसमें जोड़ा था। हाल ही में दिशा के पिता ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर कर उनकी मृत्यु की दोबारा जांच और ठाकरे की कथित भूमिका की जांच की मांग की है।
पहले भी उठ चुका है विवाद
पिछले साल दिसंबर 2023 में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिशा सालियन मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने की घोषणा की थी। उस समय भी शिवसेना (यूबीटी) ने इसे राजनीतिक स्टंट करार दिया था। इसके अलावा, बीजेपी विधायक नितेश राणे ने भी ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसे शिवसेना (यूबीटी) ने खारिज कर दिया था।
ठाकरे खेमे का जवाब
आदित्य ठाकरे ने पहले भी इस मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि वह अपने दादा बालासाहेब ठाकरे के नाती हैं और ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जो महाराष्ट्र या ठाकरे परिवार की छवि को नुकसान पहुंचाए। इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) का कहना है कि वे इस मुद्दे पर डटकर मुकाबला करेंगे और किसी भी दबाव में नहीं झुकेंगे।