बजट सत्र में ही पेश होगा वक्फ संशोधन विधेयक! कतार में हैं 16 बिल
- इस बजट सेशन में वक्फ संशोधन विधेयक समेत कई अहम बिल पेश किए जा सकते हैं। इसमें उड्डयन क्षेत्र की सुरक्षा औऱ समुद्री सुरक्षा से जुड़े विधेयक भी शामिल हैं।

इस बार का बजट सेशन बेहद खास हो सकता है। इस सत्र में कई अहम विधेयक संसद में पेश किए जा सकते हैं। इनमें फाइनेंस बिल 2025 के अलावा वक्फ और बैंकिं रेग्युलेशन ऐक्ट, इंडियन रेलवे और इंडियन रेलवे बोर्ड को मर्ज करने का कानून शामिल हैं। बजट सेशल शुक्रवार को ही शुरू हो गया है। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी जिसमें बड़े ऐलान की उम्मीदें हैं।
इस बजट सेशन में विदेशियों की भारत में एंट्री, इमिग्रैशन और उड्डयन क्षेत्र में यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े विधेयक भी पेश किए जा सकते हैं। इसके अलावा आपदा प्रबंधन से जुड़े विधेयक भी सदन में पेश हो सकते हैं। उड्डयन क्षेत्र में वित्तीय सुरक्षा, रीएडजस्टमेंट ऑफ रिप्रजंटेशन ऑफ शेड्यूल ट्राइब इन गोवा असेंबली से जुड़ा विधेयक भी सदन में पेश किया जा सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार लगातार आठवीं बार बजट पेश कर चुकी हैं। इसके साथ ही वह मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गई हैं। पूर्व प्रधानमंत्री देसाई ने 10 बार बजट पेश किया था। इस बार बजट सेशन में वक्फ बिल पेश होने की उम्मीद है जिसमें 44 बदलाव किए जा सकते हैं। बता दें कि वक्फ देश में मुस्लिमों की चैरिटेबल प्रॉपर्टी की देखरेख करता है। विपक्ष इस बिधेयक का कड़ा विरोध कर सकता है। इस बिल को पिछले साल भी पेश किया गया था। हालांकि विवाद के बाद विधेयक को जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली जेपीसी के पास भेज दिया गया। लगभग 36 बैठकों के बाद अब इस विधेयक को पेश किया जा सकता है। बैठकों में भी विपक्षी हंगामा करते थे।
इस बार का बजट सेशन बेहद खास हो सकता है। इस सत्र में कई अहम विधेयक संसद में पेश किए जा सकते हैं। इनमें फाइनेंस बिल 2025 के अलावा वक्फ और बैंकिं रेग्युलेशन ऐक्ट, इंडियन रेलवे और इंडियन रेलवे बोर्ड को मर्ज करने का कानून शामिल हैं। बजट सेशल शुक्रवार को ही शुरू हो गया है। शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी जिसमें बड़े ऐलान की उम्मीदें हैं।
इस बजट सेशन में विदेशियों की भारत में एंट्री, इमिग्रैशन और उड्डयन क्षेत्र में यात्रियों की सुरक्षा से जुड़े विधेयक भी पेश किए जा सकते हैं। इसके अलावा आपदा प्रबंधन से जुड़े विधेयक भी सदन में पेश हो सकते हैं। उड्डयन क्षेत्र में वित्तीय सुरक्षा, रीएडजस्टमेंट ऑफ रिप्रजंटेशन ऑफ शेड्यूल ट्राइब इन गोवा असेंबली से जुड़ा विधेयक भी सदन में पेश किया जा सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार लगातार आठवीं बार बजट पेश कर चुकी हैं। इसके साथ ही वह मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गई हैं। पूर्व प्रधानमंत्री देसाई ने 10 बार बजट पेश किया था। इस बार बजट सेशन में वक्फ बिल पेश होने की उम्मीद है जिसमें 44 बदलाव किए जा सकते हैं। बता दें कि वक्फ देश में मुस्लिमों की चैरिटेबल प्रॉपर्टी की देखरेख करता है। विपक्ष इस बिधेयक का कड़ा विरोध कर सकता है। इस बिल को पिछले साल भी पेश किया गया था। हालांकि विवाद के बाद विधेयक को जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली जेपीसी के पास भेज दिया गया। लगभग 36 बैठकों के बाद अब इस विधेयक को पेश किया जा सकता है। बैठकों में भी विपक्षी हंगामा करते थे।|#+|
वित्त विधेयक में इनकम टैक्स कानून को आसान बनाया जा सकता है। वहीं बैंकिंग सेक्टर को मजबूत करने के लिए भी विधेयक पेश किया जा सकता है। मैरिटाइम कानून से जुड़े भी कानूनों में संशोधन किया जा सकता है। इसमें कैरेज ऑफ गुड्स बाइ सी बिल, कोस्टर शिपिंग बिल, मर्चेंट शिपिंग बिल शामिल हो सकता है।