Amit Shah apologized in Madurai for not being able to give a speech in Tamil called Tamil the greatest language माफ कीजिएगा नहीं बोल पाता.. तमिल में भाषण न दे पाने के लिए गृहमंत्री शाह ने मदुरै में मांगी क्षमा, India News in Hindi - Hindustan
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माफ कीजिएगा नहीं बोल पाता.. तमिल में भाषण न दे पाने के लिए गृहमंत्री शाह ने मदुरै में मांगी क्षमा

Amit Shah: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मदुरै में रैली के दौरान तमिल में भाषण न दे पाने के लिए कार्यकर्ताओं से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मैं देश की सबसे महानतम भाषाओं में से एक तमिल में अपना संदेश नहीं दे पा रहा हूं इसके लिए मुझे माफ कीजिएगा।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानSun, 8 June 2025 08:22 PM
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माफ कीजिएगा नहीं बोल पाता.. तमिल में भाषण न दे पाने के लिए गृहमंत्री शाह ने मदुरै में मांगी क्षमा

Amit Shah: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को मदुरै में रैली के दौरान तमिल न बोल पाने के लिए कार्यकर्ताओं से माफी मांगी। इसके साथ ही उन्होंने तमिल को भारत की सबसे महान भाषाओं में से एक बताया। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं भरोसा दिलाया कि प्रदेश की सत्ता में बैठी डीएमके आगामी चुनाव में एनडीए के हाथों हार का मुंह देखेगी और राज्य में अन्नाद्रमुक और भाजपा गठबंधन की सरकार बनेगी।

तमिलनाडु के मदुरै आयोजित एक रैली में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि मैं आपको भारत की सबसे महान भाषाओं में से एक तमिल में संदेश नहीं दे पा रहा हूं इसके लिए मुझे माफ कीजिएगा।

अपनी बात को आगे रखते हुए शाह ने कहा, "मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि 2026 में यहां अन्नाद्रमुक और भाजपा गठबंधन की सरकार बनेगी। मैं दिल्ली में रहता हूं लेकिन मेरे कान यहां तमिलनाडु में ही लगे रहते हैं.. एमके स्टालिन कहते हैं कि अमित शाह द्रमुक को नहीं हरा पाएंगे.. वह सही कहते हैं.. मैं द्रमुक को नहीं हराऊंगा बल्कि तमिलनाडु की जनता द्रमुक को हराएगी।"

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का यह तमिलनाडु दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में सत्ता में बैठी द्रमुक लगातार भाषा का मुद्दा उठाते हुए हिंदी विरोध को बढ़ावा दे रही है। वह लगातार केंद्र सरकार के ऊपर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हिंदी थोपने का आरोप लगा रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बीच उस वक्त आरोप-प्रत्यारोप बढ़ गया था, जब स्टालिन ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति न लागू करने के चलते राज्य के फंड रोक दिए हैं।

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