I Dont Want to Go Anywhere Want to Stay Here Bengaluru Stampede Father of 21 Year Old at his Grave Who Lost Life मुझे कहीं नहीं जाना, यहीं रहना है; बेंगलुरु भगदड़ में गई थी बेटे की जान, कब्र से लिपट कर रोने लगे पिता, India News in Hindi - Hindustan
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मुझे कहीं नहीं जाना, यहीं रहना है; बेंगलुरु भगदड़ में गई थी बेटे की जान, कब्र से लिपट कर रोने लगे पिता

बेंगलुरु भगदड़ में 21 वर्षीय भूमिक लक्ष्मण की मौत हो गई थी। उसकी कब्र पर पहुंचकर उसके पिता काफी देर तक रोते रहे। उन्होंने कहा कि वह वहां से नहीं जाना चाहते, बल्कि वहीं रहना चाहते हैं।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, बेंगलुरुSun, 8 June 2025 08:16 PM
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मुझे कहीं नहीं जाना, यहीं रहना है; बेंगलुरु भगदड़ में गई थी बेटे की जान, कब्र से लिपट कर रोने लगे पिता

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के आईपीएल जीत के जश्न के दौरान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की मौत के कुछ दिनों बाद एक पिता का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने बेटे की कब्र से लिपटकर खूब रो रहा है। 21 वर्षीय भूमिक लक्ष्मण की मौत भगदड़ के दौरान हो गई थी। उसके पिता बीटी लक्ष्मण हसन जिले में अपने बेटे की कब्र देखते ही उससे लिपट गए और जोर-जोर से रोने लगे।

बेटे की कब्र पर लेटे पिता बार-बार कह रहे थे, ''मैं भी यहीं रहना चाहता हूं, मैं अब कहीं नहीं जाना चाहता।'' उन्होंने कहा कि मैंने जो जमीन उसके लिए खरीदी थी, वहीं उसका स्मारक बन रहा है। किसी भी पिता को ऐसा न सहना पड़े, जो मुझे सहना पड़ रहा है। इस दौरान, उनके आस-पास कुछ लोग उन्हें आश्वस्त करने की कोशिश करते हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो को कर्नाटक भाजपा के आधिकारिक 'एक्स' हैंडल से शेयर किया गया है, जो इस घटना के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार को दोषी ठहरा रहा है और इसे 'राज्य द्वारा रची गई' त्रासदी बता रहा है।

सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया है, ''क्या आप इस पिता को उसका बेटा वापस दे सकते हैं, जो अपने बेटे की कब्र के सामने बैठकर रो रहा है?'' भाजपा की पोस्ट में लिखा गया है, "हत्यारे सीएम सिद्धारमैया, हत्यारे डीसीएम डीके शिवकुमार। अगर आपने मन बना लिया होता, तो आप अपने बच्चों और नाती-नातिनों के साथ किसी आलीशान होटल में कप के साथ फोटो खिंचवा सकते थे। लेकिन विधान सौधा की सीढ़ियों पर फोटो खिंचवाने की आपकी जिद ने 11 परिवारों को हर दिन आंसुओं बहाने पर मजबूर कर दिया है।" बता दें कि यह भगदड़ बुधवार, 4 जून को तब हुई, जब लाखों फैंस आरसीबी की जीत के जश्न के लिए स्टेडियम के बाहर एकत्र हुए थे। इस घटना में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

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