PM मोदी ने पत्र लिखकर बांग्लादेश सरकार के मुखिया यूनुस को बकरीद की दी बधाई, क्या मिला जवाब?
यूनुस को भेजे पत्र में पीएम मोदी ने लिखा कि यह पवित्र त्योहार भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है और इसे देशभर में इस्लामी आस्था रखने वाले लाखों लोग बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।

मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश की सरकार बनने के बाद से ही नई दिल्ली और ढाका के बीच संबंधों में खटास आ गई है, लेकिन बकरीद (ईद-उल-अजहा) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूनुस को पत्र लिखकर जनता और सरकार को बधाई दी है। यह पत्र चार जून का है, जिसमें पीएम मोदी ने लिखा, ''भारत के लोगों और सरकार की ओर से, मैं आपको और बांग्लादेश के लोगों को ईद-उल-अजहा के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं।" उन्होंने त्योहार के सांस्कृतिक महत्व पर जोर दिया और बलिदान, करुणा और भाईचारे के शाश्वत मूल्यों के इसके प्रतिबिंब पर प्रकाश डाला।
यूनुस को भेजे पत्र में पीएम मोदी ने लिखा, "यह पवित्र त्योहार भारत की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है और इसे देशभर में इस्लामी आस्था रखने वाले लाखों लोग बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं। यह हमें त्याग, करुणा और भाईचारे के शाश्वत मूल्यों की याद दिलाता है, जो एक शांतिपूर्ण और समावेशी दुनिया के निर्माण के लिए आवश्यक हैं।" पीएम मोदी के इस पत्र का मोहम्मद यूनुस ने जवाब भी दिया है। 6 जून को जवाब देते हुए, यूनुस ने पीएम मोदी को उनके मैसेज के लिए धन्यवाद दिया और ईद के माध्यम से मनाए जाने वाले साझा मूल्यों और परंपराओं की सराहना की।
पीएम मोदी के पत्र का जवाब देते हुए यूनुस ने कहा, "ईद-उल-अजहा चिंतन का समय है, जो समुदायों को एक साथ लाता है और हम सभी को दुनिया भर के लोगों के अधिक से अधिक लाभ के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी सम्मान और सहयोग की निरंतरता पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि आपसी सम्मान और समझ की भावना हमारे देशों को हमारे लोगों की भलाई के लिए मिलकर काम करने के लिए मार्गदर्शन करती रहेगी।" उन्होंने कहा, "इस शुभ अवसर पर, मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करता हूं तथा भारत के लोगों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।''