मकई का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य जल्द घोषित करेगी सरकार, किसान सम्मेलन में बोले सीएम योगी
औरैया स्थित जनता महाविद्यालय में रविवार को आयोजित किसान सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार जल्द ही मकई का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करेगी। औरैया में मकई के लिए शीघ्र ही क्रय केंद्र खोला जाएगा।

औरैया स्थित जनता महाविद्यालय में रविवार को आयोजित किसान सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार जल्द ही मकई का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करेगी। औरैया में मकई के लिए शीघ्र ही क्रय केंद्र खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि मकई को उबालकर नमक मिर्च और मसाला डाल खा लिया तो यह संपूर्ण आहार का काम करता है। स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न, फ्यूल और बायोप्लास्टिक के रूप में इसकी उपयोगिता बढ़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लैब, आईसीआर, कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र व अन्य संस्थानों में कार्यरत वैज्ञानिक पहली बार लैंड पर जाकर किसानों के साथ कृषि की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए कार्य कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
विकसित कृषि संकल्प अभियान का उद्देश्य लैब से लैंड तक जाना है। कृषि वैज्ञानिक लैब के साथ ही लैंड पर भी जाएंगे और किसानों से संवाद करेंगे। यह संवाद कृषि क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत कर रहा है। लैब में जो भी काम हो रहे हैं, वह धरातल पर दिखना चाहिए। कार्यक्रम में कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, कन्नौज और औरैया के किसानों ने हिस्सा लिया। किसानों ने उनकी सफलता की कहानी भी सुनीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने जो विजन दिया है, कृषि उसकी आधारशिला बनेगी।
कृषि के माध्यम से लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में क्या कदम उठाया जा सकता है। इस पर कृषि वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी-कार्मिक, औद्यानिक फसल, खेती, डेयरी, मत्स्य पालन से जुड़े किसानों को खेती के बारे में आधुनिक जानकारी मुहैया कराएंगे। इस अभिनव पहल के तहत वैज्ञानिक क्लाइमेटिक जोन को देखेंगे और किसानों को बीज व वैरायटी का प्रोडक्शन पर क्या असर पड़ता है, इसकी भी जानकारी मुहैया कराएंगे।
पिछली सरकारों के एजेंडे में नहीं थे किसान
मुख्यमंत्री ने कहा कि आठ सालों के अंदर यूपी में डबल इंजन सरकार ने किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने के अभियान अपने हाथों में लिया है। यूपी में कृषि के लिए बहुत स्कोप है। पिछली सरकारों पर आरोप लगाया कि किसान उनके एजेंडे में नहीं थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती-किसानी पीएम मोदी के शीर्ष एजेंडे में है। देश में 11 वर्ष के अंदर खेती-किसानी के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुआ है। उन्होंने स्वायल हेल्थ कार्ड का अभियान चलाया। किसानों को पीएम कृषि बीमा योजना, पीएम कृषि सिंचाई योजना, एमएसपी, पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। यह अन्नदाता किसान के जीवन में आए परिवर्तन का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने कहाकि यूपी में सिंचाई सुविधा में बढ़ोतरी हुई। 15 लाख किसानों के व्यक्तिगत ट्यूबवेल के कनेक्शन फ्री किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार यूपी में कृषि विज्ञान केंद्र को लागू नहीं करना चाहती थी, लेकिन जैसे ही सूर्य प्रताप शाही कृषि मंत्री बने उन्होंने 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र को लाने में सफलता प्राप्त की। आज 89 कृषि विज्ञान केंद्र कार्य कर रहे हैं। कृषि विवि भी इनोवेशन और कृषि के क्षेत्र में रिसर्च एंड डवलपमेंट के नए केंद्र के रूप में उभरे हैं। उनकी नई गति प्रदेश की प्रगति में सहायक हो रही है।
औरैया सहित चार जनपदों में हवाई सर्वे
मुख्यमंत्री योगी ने औरैया, कन्नौज, इटावा और कानपुर देहात में मक्का की फसल का हेलीकॉप्टर से सर्वेक्षण किया। कार्यक्रम स्थल पर कृषि विभाग द्वारा विशेष स्टॉल लगाए गए। सीएम ने किसानों को प्रगतिशील पांच किसानों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद हैं।
औरंगजेब ने तोड़ा, अहिल्याबाई ने बनवाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने महापुरुषों का अपमान किया। जनता के साथ मक्कारी की। हमारी सरकार महापुरुषों और जनता दोनों का सम्मान करती है। काशी का मंदिर जो औरंगजेब ने तोड़ा था, उसे अहिल्याबाई ने फिर से बनाया। आक्रांताओं से क्षतिग्रस्त देश के अधिकांश मंदिरों को उन्होंने ही दोबारा स्थापित किया। इसीलिए हमने औरैया के विश्वविद्यालय का नाम बदलकर लोकमाता अहिल्याबाई के नाम पर रखा।