भारत के मुसलमान पर बिलावल भुट्टो ऐसा क्या बोले कि उड़ी खिल्ली, मिला कर्नल सोफिया कुरैशी वाला जवाब
ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने की थी। सिंह भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उनके साथ मंच पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी मौजूद थे।

अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पहुंचे पाकिस्तान को एक बार फिर शर्मिंदगी उठानी पड़ी। इस बार पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत विरोधी प्रोपेगैंडा के तहत दिए अपने बयान के कारण घिर गए। हालांकि, उन्होंने भारत और पाकिस्तान के साथ आतंकवाद से लड़ने और खुफिया जानकारी साझा करने का सुझाव दिया है। फिलहाल, उनके बयान पर भारत की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एक वायरल वीडियो में नजर आ रहा है कि भुट्टो मंच पर हैं। वहीं, कुछ पत्रकार भी मौजूद हैं। पत्रकार ने कहा, 'आपके बयान से शुरुआत करते हैं कि हाल ही में कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर हो रहा है और भारत में मुसलमानों को शैतानों की तरह दिखाया जा रहा है।'
पत्रकार ने कहा, 'मैंने दोनों देशों की ब्रीफिंग देखी है और जहां तक मुझे याद है कि मुस्लिम महिला सैन्य अधिकारी थीं, जो भारत की तरफ से ब्रीफिंग दे रही थीं।' भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में 7 मई को पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था।
ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने की थी। सिंह भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उनके साथ मंच पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी मौजूद थे।
कौन हैं कर्नल कुरैशी
7 मई को भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने बुधवार को भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में राष्ट्र को जानकारी दी। कुरैशी का जन्म 1974 में गुजरात के वडोदरा में हुआ। उन्होंने 1997 में मनोनमनियम सुंदरनार (एमएस) विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में मास्टर डिग्री हासिल की।
महत्वपूर्ण सिग्नल कोर में अधिकारी के रूप में कार्यरत, कुरैशी को 2006 में लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में सैन्य पर्यवेक्षक की भूमिका के लिए चुना गया था, तथा वह पूर्वोत्तर क्षेत्र में बाढ़ राहत अभियानों का हिस्सा रही थीं।
कुरैशी ने उस समय नयी मिसाल कायम की थी, जब 2016 में वह आसियान देशों के बीच शांति बनाए रखने में अंतर-संचालन के लिए भारत द्वारा आयोजित बहुराष्ट्रीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण अभ्यास, फोर्स 18 में अपनी सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनी थीं। वह संयुक्त राष्ट्र प्रशिक्षण दल के हिस्से के रूप में अन्य देशों में भी जा चुकी हैं।